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किन्नर का 4 साल से था अफेयर, बॉयफ्रेंड निकला हत्यारा:गला घोंटकर पेट्रोल से जला डाली बॉडी, घर आकर सेलिब्रेट किया बेटे का बर्थडे


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किन्नर का 4 साल से था अफेयर, बॉयफ्रेंड निकला हत्यारा:गला घोंटकर पेट्रोल से जला डाली बॉडी, घर आकर सेलिब्रेट किया बेटे का बर्थडे

किन्नर का 4 साल से था अफेयर, बॉयफ्रेंड निकला हत्यारा:गला घोंटकर पेट्रोल से जला डाली बॉडी, घर आकर सेलिब्रेट किया बेटे का बर्थडे

जयपुर : जयपुर के पापड़ गांव में 29 सितंबर को सुनसान जंगल के पास सड़क किनारे एक अधजली लाश मिली थी। शव की शिनाख्त मानसरोवर निवासी नीलू किन्नर (25) के रूप में हुई थी। हत्याकांड में अब खुलासा हुआ है कि चलती गाड़ी में नीलू के बॉयफ्रेंड नरसी ने 28 सितंबर की शाम उसकी हत्या कर दी गई थी। इसके बाद रात को 11.30 बजे पापड़ गांव के पास ले जाकर शव को जलाया गया था। हत्या के बाद नरसी ने घर जाकर अपने बेटे का जन्मदिन मनाया था। कानोता पुलिस ने हत्या में शामिल नरसी मीणा, सुनील भाट और सूरज को एक दिन पहले कोर्ट में पेश किया। जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया है।

नीलू किन्नर की हत्या से जुड़े एक-एक पहलुओं को मीडिया टीम ने इंवेस्टिगेट किया।

पढ़े-दोनों की प्रेम की कहानी कैसे मर्डर तक पहुंची…

सड़क किनारे मिली जली लाश की शिनाख्त करते हुए पुलिसकर्मी।
सड़क किनारे मिली जली लाश की शिनाख्त करते हुए पुलिसकर्मी।

4 साल पहले हुई थी दोनों की दोस्ती

रेनवाल (जयपुर) की रहने वाली नीलू किन्नर घर छोड़ कर जयपुर आ गई थी। वह जयपुर में ड़ेरे में रहने लगी थी। डेरे के अन्य किन्नरों के साथ बधाई लेने जाती थी। उसे फागी सहित अन्य गांवों का इलाका दे दिया गया था। तभी उसकी पहचान नरसी मीणा से हुई। दोनों के बीच दोस्ती हो गई, जो प्यार में बदल गई। नरसी ने एक बोलेरो गाड़ी ले ली थी। नरसी इसी गाड़ी में नीलू को लेकर जाता था। इनके साथ सुनील भाट भी जाता था। नरसी गाड़ी चलाता था और सुनील भाट ढ़ोलक बजाता था। इनके अलावा अन्य किन्नर भी जाते थे।

डेरा छोड़ कर दोनों अलग रहने लगे

नीलू किन्नर पहले डेरे में ही अन्य किन्नरों के साथ रहती थी। जब उसे नरसी से प्रेम हो गया तो दोनों फ्लैट लेकर लिव इन रिलेशन में अलग रहने लगे थे। दोनों के बीच में पिछले 4 साल से अफेयर चल रहा था। दोनों साथ ही रहते थे और बधाई मांगने भी एक साथ ही जाते थे। नीलू किन्नर को बधाई मांगने के 20 से 30 हजार रुपए मिलते थे। इनमें से वह नरसी मीणा को 3 हजार रुपए देती थी और 500 रुपए सुनील भाट को देती थी। कुछ रुपए अपने गुरु को दे देती थी और बाकी बचे हुए रुपए अपने पास रखती थी। नीलू को महंगे कपड़े पहनने का शौक था। वह सोने और चांदी की ज्वेलरी भी खरीदती रहती थी।

पुलिस गिरफ्त में हत्या के तीनों आरोपी नरेश मीना, सुनील भाट और सूरज मीना।
पुलिस गिरफ्त में हत्या के तीनों आरोपी नरेश मीना, सुनील भाट और सूरज मीना।

किन्नर से अफेयर का पता लगा तो पत्नी ने साथ छोड़ा

नरसी मीणा पहले से ही शादीशुदा है। करीब 15 साल पहले शादी हुई थी। बड़ा बेटा 12 साल का और दूसरा 8 साल का है। नरसी की पत्नी को पता चला गया था कि उसका किन्नर से अफेयर चल रहा है। दोनों साथ रहने लगे तो नरसी की पत्नी ने इसका विरोध किया। नरसी ने घर भी जाना छोड़ दिया था। ऐसे में नरसी की पत्नी भी गुस्से में घर छोड़ कर चली गई थी। करीब एक साल तक वह अपने गांव में रही थी। बाद में उसे ससुराल के लोग समझा कर ले आए थे।

किसी ओर से बात करने लगी तो शुरू हुआ विवाद

नीलू किसी और से फोन पर बातें करने लगी थी। इसका पता नरसी को लगा तो वह फोन पर बात करने से मना करता था। नीलू किन्नर काफी सुन्दर थी। उसके कई अन्य लोगों से भी दोस्ती हो गई थी। इसी बात को लेकर नीलू और नरसी के बीच में विवाद होने लगा था। नरसी ने कई बार नीलू के साथ मारपीट भी की। इसकी शिकायत भी नीलू ने खो नागोरियान थाने में की थी। उस समय समझाइश से मामला शांत हो गया था।

नीलू की उम्र महज 20 साल थी, उसके पास बधाई मांगने के लिए फागी एरिया था।
नीलू की उम्र महज 20 साल थी, उसके पास बधाई मांगने के लिए फागी एरिया था।

फागी से बधाई मांग कर लौटे तो नाक पर पंच मारा

हत्या वाले दिन नरसी मीणा की बोलेरो गाड़ी में नीलू फागी में सुबह बधाई मांगने गई थी। उनके साथ में सुनील भाट भी था। वहां से शाम को करीब 5.30 बजे मानसरोवर आ गए थे।

नीलू के पास किसी का फोन आया था। इसके बाद दोनों के बीच में में कहासुनी शुरू हो गई। नरसी ने फोन पर बात करने से मना किया, लेकिन नीलू मोबाइल पर बात करने पर अड़ी रही।

दोनों के बीच तीखी नोंकझोंक होने लगी तो नीलू ने नरसी के हाथ पर मार दिया। गुस्से में नरसी ने नीलू की नाक पर पंच मार दिया था। नीलू की नाक से खून आने लगा था।

नरसी ने दोबारा से मारा तो नीलू बेहोश होकर सीट पर गिर पड़ी। नरसी ने देखा तो उसकी सासें चल रही थी। इसके बाद नरसी ने उसका गला दबा दिया।

बुलेट में एक हजार का पेट्रोल डलवाया

नरसी मीणा और सुनील भाट ने ढाेलक की रस्सी को खोला। इसके बाद दोनों ने मिलकर नीलू का रस्सी से गला घोंट दिया।

इसके बाद दोनों मानसरोवर से निकलकर एक मंदिर के बाहर पहुंचे। नरसी और सुनील भाट ने नीलू के शव को जलाने की प्लानिंग की। वे मंदिर के पास करीब डेढ़ घंटे तक रुके रहे।

नरसी ने अपने चाचा के लड़के सूरज को फोन कर बुला लिया। सूरज गाड़ी में पड़े नीलू के शव को देखकर घबरा गया। नरसी ने उसे विश्वास दिलाया कि किसी को पता नहीं लगेगा।

सूरज बुलेट बाइक लेकर आया था। नरसी ने उसे पास के ही पेट्रोल पंप से बुलेट में 1 हजार रुपए का पेट्रोल डलवाने के लिए भेजा।

सूरज पेट्रोल डलवाने के साथ ही एक 5 लीटर की केन भी लेकर आया था। मंदिर के पास आकर उन्होंने बुलेट की टंकी से पेट्रोल निकाल कर केन में डाल लिया था।

घटना की सूचना के बाद मौके पर मौजूद लोगों से पुलिस ने पूछताछ भी की थी।
घटना की सूचना के बाद मौके पर मौजूद लोगों से पुलिस ने पूछताछ भी की थी।

जवाहर नगर से निकल कर नकची घाटी गए, वहां से पापड़ पहुंचे

नरसी, सुनील और सूरज बोलेरो में ही नीलू का शव लेकर जवाहर नगर से निकले। उन लोगों ने शव को कट्‌टे में डाल दिया था।

तीनों आगरा रोड से होते हुए कानोता पहुंचे। वहां से सीधे नायला होकर आगे नकची घाटी की ओर निकल गए। वहां पर मोक्ष धाम से वापस लौट कर बाढ़ स्टैंड पर आए। वहीं से पापड़ गांव की ओर गए।

सुनसान जंगल में गाड़ी को रोक कर उन्होंने नीलू के शव को बाहर निकाला। सड़क किनारे पेट्रोल डाल कर शव को आग लगा दी थी।

बाढ़ स्टैंड पर ही सीसीटीवी फुटेज में रात को करीब 11.36 मिनट पर बोलेरो गाड़ी बड़ी ही तेजी से जाते हुए दिखाई दी थी। नरसी बहुत ही शातिर था। वह जिस रास्ते से गया था उस रास्ते से वापस लौट कर नहीं आया था।

नीलू को जलाने के बाद तीनों आरोपी पापड़ गांव से निकल कर जमवारामगढ़ गए। वहां से नायला होते हुए वापस जवाहरनगर चले गए। पापड़ गांव के पास ही उन्होंने पेट्रोल की केन को फेंक दिया था। पुलिस को गांव के पास से ही केन भी मिल गई थी।

पुलिस ने आरोपी की कार को भी जब्त कर लिया है।
पुलिस ने आरोपी की कार को भी जब्त कर लिया है।

घर जाकर जन्मदिन मनाया

नरसी के बड़े बेटे का उसी दिन जन्मदिन भी था। नरसी जब लाश ठिकाने लगा रहा था, तब उसके पास घर से लगातार फोन भी आ रहे थे। वापस लौट कर वह घर चला गया था। उसने गाड़ी को साफ किया।

इसके बाद घर जाकर उसने बेटे का जन्मदिन मनाया। फिर खाना खाकर सो गया था।

कानोता पुलिस को सुबह नीलू की जली हुई बॉडी मिली। कानोता थानाधिकारी भगवान सहाय ने कानोता से लेकर नायला और आगरा रोड के सारे सीसीटीवी फुटेज चेक कराए।

नकची घाटी की ओर जाने वाले और बाढ़ स्टैंड पर लगे सीसीटीवी भी देखे। पुलिस को दो गाड़ियां संदिग्ध लग रही थीं। उन्होंने बोलेरो और वेन पर फोकस करना शुरू कर दिया था।

शराब के नशे में घबरा कर पूरी घटना बताई

सुनील भाट अगले दिन अपने घर पर था। उसने टेंशन में काफी शराब पी ली थी। वह शास्त्रीनगर में कलाकार कालोनी में रहता था। उसने पड़ोस में रहने वाले एक युवक से बात की। उसे नीलू किन्नर के मर्डर की पूरी कहानी बता दी थी।

सुनील भाट ने उससे बोला कि उसे मर्डर से बचा ले। वह काफी घबरा रहा था। उसे डर था कि उसे पुलिस जल्दी पकड़ लेगी। उसके पैर पकड़ कर बचाने की बात बोलने लगा।

युवक ने समझदारी दिखाते हुए शास्त्रीनगर के एएसआई लक्ष्मण सिंह से बात की। उसे मर्डर की पूरी कहानी बता दी। एएसआई लक्ष्मण सिंह ने तुरंत सुनील भाट को पकड़ लिया।

इसके बाद नरसी मीणा और उसके चचेरे भाई सूरज को भी पकड़ लिया गया। वे दोनों भी घर पर ही पुलिस को मिल गए थे।

हत्याकांड का मुख्य आरोपी नरसी मीणा।
हत्याकांड का मुख्य आरोपी नरसी मीणा।

नरसी के घर से मिले लूटे हुए गहने

कानोता थानाधिकारी भगवान सहाय मीणा ने बताया कि नरसी से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसके घर की तलाशी ली। उसके घर से पुलिस ने एक किलो चांदी की कनकती, सोने के कुंडल, सोने की नथ,बाली, चांदी की पातड़ी, सोने का जंतर सहित अन्य चीजें बरामद की।

नरसी ने नीलू की हत्या के बाद सारे गहने निकाल लिए थे। इसके बाद पुलिस ने नीलू के फ्लेट की भी तलाश ली थी। वहां से पुलिस को काफी कीमतें कपड़े व अन्य सामान मिले थे।

पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करने के बाद रिमांड पूरा होने पर आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। जहां से एक दिन पहले तीनों को जेल भेज दिया गया है।

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