झुंझुनूं की बेटी मेजर डॉ.कविता को नम आंखों से विदाई:तिरंगा यात्रा में उमड़े सैकड़ों लोग, 9 अक्टूबर बीकानेर में ही होनी थी पोस्टिंग
झुंझुनूं की बेटी मेजर डॉ.कविता को नम आंखों से विदाई:तिरंगा यात्रा में उमड़े सैकड़ों लोग, 9 अक्टूबर बीकानेर में ही होनी थी पोस्टिंग

पिलानी : झुंझुनूं की बेटी मेजर डॉ. कविता मील का हार्ट अटैक से निधन हो गया। जिनका बुधवार को उनके पैतृक गांव सुजड़ोला में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। कविता जम्मू के राजौरी में मिलिट्री हॉस्पिटल में सेवारत थीं और 9 अक्टूबर को प्रमोशन के बाद बीकानेर में ड्यूटी जॉइन करने वाली थी।

सुजड़ोला में मेजर कविता के अंतिम संस्कार के दौरान सैकड़ों लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे। कविता मील का पार्थिव देह राजौरी से विशेष वाहन से पीपली लाया गया। जहां से सुजड़ोला तक तिरंगा यात्रा निकाली गई। सेना के वाहन में रखी पार्थिव देह के साथ देशभक्ति के नारे लगाते हुए तिरंगा यात्रा में बड़ी संख्या में क्षेत्र के युवा शामिल हुए।

मेजर डॉ. कविता की पार्थिव देह जब उनके घर ले जाई गई, तो माता संतोष देवी, पिता कमल सिंह मील, बड़ी बहन पिंकी, चाचा राजवीर मील, प्रह्लाद मील, जगदीश मील और परिवार के प्रत्येक व्यक्ति के साथ ही वहां मौजूद सैकड़ों अन्य लोगों की आंखें भी नम हो गईं। हर जुबान पर डॉ. कविता की योग्यता और देश सेवा के प्रति उनके जज्बे की ही चर्चा थी।
पिता कमल सिंह ने बताया कि 30 सितम्बर को कविता से फोन पर बात हुई थी, तब कविता ने बताया था कि 8-9 अक्टूबर तक आऊंगी।

9 अक्टूबर को बीकानेर में जॉइन करनी थी ड्यूटी
डॉ. कविता मील ने 2018 में मेडिकल ऑफिसर के रूप में जोधपुर मिलिट्री हॉस्पिटल में आर्मी की ड्यूटी जॉइन की थी। वे फिलहाल जम्मू के राजौरी में मिलिट्री हॉस्पिटल में सेवारत थीं। 3 महीने पहले ही कविता का मेजर की पोस्ट पर प्रमोशन हुआ था और 6 महीने पहले शादी हुई थी।
कविता के पति डॉ. दीपक कुमार भी आर्मी में मेजर हैं और बीकानेर पदस्थ हैं। डॉ. कविता का भी प्रमोशन के बाद ट्रांसफर प्रक्रियाधीन था और वे 9 अक्टूबर को बीकानेर ड्यूटी जॉइन करने वाली थी। बताया जा रहा है कि राजौरी में साथी सैन्यकर्मियों ने उन्हें फेयरवेल पार्टी भी दी थी। किसी को नहीं पता था कि मेजर डॉ. कविता मील इस तरह आखिरी सफर पर निकल जाएगी।

अन्तिम संस्कार में शामिल हुए सैकड़ों लोग
मेजर डॉ. कविता मील के अन्तिम संस्कार में सैकड़ों की संख्या में आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोग मौजूद रहे। डॉ. कविता के पार्थिव शरीर को बड़ी बहन और चचेरे भाइयों ने मुखाग्नि दी। अन्तिम संस्कार में मौजूद युवाओं ने गगनभेदी देशभक्ति के नारों के साथ गांव की बहादुर बेटी को विदाई दी।

मेजर डॉ. कविता मील के अन्तिम संस्कार में जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी बड़ी संख्या में पहुंचे। पिलानी विधायक जेपी चंदेलिया, पूर्व प्रधान निहाल सिंह रणवा, शेरसिंह नेहरा, कैलाश मेघवाल, परित्राण काला, सरोज मानसिंह श्योराण सहित क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने मेजर डॉ. कविता मील को श्रद्धांजलि दी और परिवार को ढांढस बंधाया।