नौकरी का झांसा देकर 125 लोगों से 3 करोड़ ठगे:ज्वॉइनिंग लेटर देकर तीन महीने तक लखनऊ में फर्जी ट्रेनिंग, तीन साल से फरार आरोपी गिरफ्तार
नौकरी का झांसा देकर 125 लोगों से 3 करोड़ ठगे:ज्वॉइनिंग लेटर देकर तीन महीने तक लखनऊ में फर्जी ट्रेनिंग, तीन साल से फरार आरोपी गिरफ्तार

नीमकाथाना : रेलवे डी ग्रुप में भर्ती करवाने के नाम पर नीमकाथाना में चाचा-भतीजे द्वारा 125 लोगों से 3 करोड़ रुपए ठगी करने के मामले में सदर थाना पुलिस ने कार्यवाही की है। 3 साल से फरार आरोपी हरिकिशन पुत्र बद्रीप्रसाद यादव निवासी ढाणी आमवाली को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया जहां से आरोपी को पीसी रिमांड पर भेज दिया। पुलिस ने आरोपी चाचा कैलाशचन्द्र यादव को पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया था। उस समय आरोपी हरिकिशन फरार हो गया था, जिसने लुधियाना व भठिंडा में रहकर फरारी काटी। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी हरिकिशन को कोटपूतली में उसकी बहन के यहां आने की सूचना पर गिरफ्तार किया गया।
थानाधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि 12 नवंबर 2020 को तिवाड़ी का बास निवासी परिवादी रामनिवास ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि ढाणी आमवाली निवासी हरिकिशन यादव व उसका चाचा हाल निवासी अंतरिक्ष होटल के पीछे कैलाश यादव रेलवे में ग्रुप डी के पद पर भर्ती करवाने का झांसा देकर 20,50,000 रुपए हड़प लिए, जिसमें आरोपियों ने 5,50,000 रुपए पीड़ित को वापस दे दिए। दोनों आरोपियों ने पीड़ित को रेलवे के फर्जी नियुक्ति पत्र तथा लखनऊ में रेलवे की ट्रेनिंग करवाने के लिए 3 महीने तक वहां रखा।आरोपियों ने पीड़ित को रेलवे में नौकरी के नियुक्ति पत्र दिए थे जो फर्जी निकले।
आरोपियों ने पीड़ित को तीन महीने तक ट्रेनिंग करवाने के लिए लखनऊ में रखा। ट्रेनिंग के नाम पर झूठे झांसे देता रहा। आरोपियों ने कहा कि तीन महीने बाद रेलवे में नौकरी पक्की हो जाएगी। 28 जुलाई 2016 को उत्तर रेलवे का नियुक्ति पत्र फिर से पीड़ित को दिया गया। वह नियुक्ति पत्र भी फर्जी निकला। नियुक्ति पत्र देकर रेलवे में सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर आरोपियों ने करीब 125 लोगों से पैसे लिए और उनको फर्जी ज्वॉइनिंग पत्र जारी कर 3 माह तक लखनऊ में फर्जी ट्रेनिंग करवाई।
आरोपियों ने लखनऊ में तीन महीने फर्जी ट्रेनिंग करवाई
सदर पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि आरोपियों ने रेलवे ग्रुप डी में नौकरी दिलवाने का झांसा देकर करीब 125 लोगों से रुपए ठग लिए। पीड़ितों को तीन महीने तक लखनऊ में फर्जी ट्रेनिंग तक करवा दी। पुलिस जांच में आरोपी कैलाशचंद्र यादव व हरिकिशन के खिलाफ अपराध प्रमाणित पाया गया।
पुलिस ने आरोपी कैलाशचंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं हरिकिशन फरार हो गया था। पुलिस ने कोटपूतली से आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस टीम में उपनिरीक्षक विक्रम सिंह, हैडकांस्टेबल गजेन्द्रसिंह, भीमराज, नेकीराम व कैलाशचंद्र शामिल थे।