5 राज्यों को हो रही 3000 मेगावाट बिजली सप्लाई, जल्द ही क्षमता 5000 मेगावाट हो जाएगी
जसरापुर पावर ग्रिड स्टेशन से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात और एमपी में सप्लाई

जसरापुर(खेतड़ी) : जिले की पहचान देशभर में अब बिजली सप्लाई के क्षेत्र में भी बन गई है। जोधपुर के बढ़ला नाचना, जैसलमेर के फतेहगढ़ सोलर पार्क से बिजली को सूरतगढ़ होकर जिले के जसरापुर लाया जा रहा है। यहां से राजस्थान सहित पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात व मध्यप्रदेश जैसे राज्यों को बिजली सप्लाई की जा रही है।
जसरापुर प्रदेश का ऐसा पहला सोलर पावर स्टेशन है जहां से 8000 मेगावाट बिजली देश के कई हिस्सों में सप्लाई की जाएगी। अभी यहां से 3000 मेगावाट बिजली सप्लाई हो रही है। कुछ समय में यहां से 5000 मेगावाट सोलर एनर्जी और सप्लाई की जाएगी। जसरापुर ग्रिड में प्रदेश की इकाइयों से बिजली लेकर देश के कई नॉर्थ ग्रिड भेजी जा रही है। कुछ जगह आैर भेजे जाने की तैयारी चल रही है। नेशनल ग्रिड समेत देश के दूसरे हिस्सों में यहां से भेजी जा सकेगी।
खेतड़ी क्षेत्र के जसरापुर का नाम नेशनल ग्रिड तक बिजली पहुंचाने वाली लिस्ट में शामिल है। जसरापुर में पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड 765/400 केवी विद्युत उपकेंद्र बनाया है। विद्युत उपकेंद्र करीब 40 हैक्टेयर में लगाया है।
यहां अलग-अलग जगह से बिजली आएगी। जैसलमेर व फलौदी में सौर ऊर्जा से बिजली बनाई जा रही है। जैसलमेर से बीकानेर होते हुए खेतड़ी के जसरापुर के बिजली उपकेंद्र पर पहुंचाकर गुरुग्राम और एनसीआर में सप्लाई की जा रही। राष्ट्रीय स्तर पर सिर्फ पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड कंपनी ही पूरे देश में अधिकांश बिजली सप्लाई कर रही है। विद्युत उपकेंद्र शुरू होने से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलने की उम्मीद है।
खेतड़ी माइंस के बाद जसरापुर ग्रिड स्टेशन नई पहचान
खेतड़ी तांबा माइंस के लिए जाना पहचाना जाता है, लेकिन अब इस क्षेत्र की एक और नई पहचान बनी है। यहां प्रदेश का छठा 765 केवी ग्रिड बनाया है। इस ग्रिड से प्रदेश की बिजली इकाइयों से पैदा होने वाली बिजली को यहां से नेशनल ग्रिड समेत देश के दूसरे हिस्सों में भेजा जा जा रहा है। यह ग्रिड किसी जंक्शन की तरह काम करेगा। यानी प्रदेश में किसी भी तरह की बिजली इकाई यानी कोयला, पानी या सौर उर्जा से तैयार बिजली को यहां लाकर आगे सर्कुलेट कर रहे हैं। पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पावरग्रिड) की ओर से जसरापुर में 765/400 केवी विद्युत उपकेंद्र बनाया है। करीब 40 हैक्टेयर क्षेत्र में बने इस जीएसएस पर अलग-अलग स्थानों से बिजली आएगी, जिसके लिए टावर लाइन खड़ी की जा चुकी है।