बाड़मेर : पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले में भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन संकल्प यात्रा के दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सभा को संबोधित किया. जिसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत परिवर्तन संकल्प यात्रा की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जिस सनातन धर्म को हमारे पूर्वजों ने अपनी जान पर खेलकर बचाए रखा अब कुछ लोग सनातन धर्म को समाप्त करने की बात कहते हैं, अब हम उनको बर्दाश्त नहीं करेंगे.
उन्होंन कहा कि मैं उन लोगों को कहना चाहता हूं कि जो सनातन के विरोध में बात करेगा. हर शब्द बोलने वाली उस जीभ को हम खींच कर बाहर निकाल देंगे. जो सनातन को तरफ आंख उठाकर देखेगा, उस हर एक आंख को हम उंगली डालकर बाहर निकाल देंगे. गजेंद्रसिंह ने कहा कि हम चुनौती देते हैं सनातन के विरुद्ध बात करने वाला कोई भी व्यक्ति इस देश में जो अपनी राजनीतिक ताकत और हैसियत बनाकर नहीं रख पाएगा.
As G20 is over & Point 78 of declaration has no relevance the Honourable Minister of @narendramodi cabinet advocates violence
So now it is going to be an “Open Season” https://t.co/QYdZq7NZWB— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 11, 2023
सनातन धर्म की खिलाफत करने वालों की आंखें निकाल लेंगे: केंद्रीय मंत्री शेखावत
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने 5 सितंबर को बाड़मेर की जनसभा में कहा था कि डीएमके पार्टी के चीफ मिनिस्टर के बेटे ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना से की। उन्होंने देश से सनातन को समाप्त करने की बात कही। जल शक्ति मंत्री ने कहा कि सौगंध है मुझे हमारे पूर्वजों की चाहे वो महाराजा सूरजमल होंगे या फिर वीर दुर्गादास, उनकी सौंगध खाकर उठकर खड़ा होना पड़ेगा। जो भी सनातन धर्म के विरोध में बात करेगा हर बोलने वाले जीभ को बाहर निकाल देंगे, जो सनातन धर्म की ओर आंख उठाकर देखेगा, उस हरेक आंख को हम उंगली डालकर बाहर निकाल देंगे।
हम चुनौती देते है कि इस सनातन धर्म के विरूद्ध बात करने वाला कोई भी व्यक्ति देश में राजनीतिक ताकत ओर हैसियत बनाकर नहीं रख पाएगा। बता दें कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने 2 सितंबर को तमिलनाडु में आयोजित एक कार्यक्रम में सनातन धर्म को सामाजिक बुराइयों के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए इसे समाज से खत्म करने की बात कही थी। इसी के जवाब में जल शक्ति मंत्री ने यह बयान दिया।
ये है बिंदु 78 जिसपर ओवैसी ने केंद्र सरकार को घेरा
दरअसल, 9-10 सितंबर को दिल्ली में आयोजित हुए G-20 में कई बिंदुओं पर चर्चा की गई थी। इसमें से एक पॉइंट 78 में धर्म-विश्वास की स्वतंत्रता और विविधताओं का सम्मान करने की बात कही गई है। इसी को लेकर ओवैसी ने केंद्र सरकार को घेरा।