झुंझुनूं : पशुपालकों को नहीं मिला मुआवजा:लंपी में मर गए थे दुधारू पशु, इतने दिन बाद भी नहीं मिला मुआवजा, 1380 मिली मुआवजा राशि, 2187 की हुई थी मौत
पशुपालकों को नहीं मिला मुआवजा:लंपी में मर गए थे दुधारू पशु, इतने दिन बाद भी नहीं मिला मुआवजा, 1380 मिली मुआवजा राशि, 2187 की हुई थी मौत
झुंझुनूं : जिले के सैकडों पशुपालक लंपी से मरे दुधारू पशुओं के मुआवजे का इंतजार कर रहे है। इतने दिन बाद भी उन्हें मुआवज नहीं मिल पाया है। जिले में 2187 में से अभी तक महज 1380 पशुपालकों को मुआवजा राशि मिल पाई। बाकी पशुपालक रोज दफ्तर के चक्कर लगा रहे है। संबंधित अधिकारी बाकी रहे पशुपालकों को मुआवजा नहीं मिलने का कारण उनके खाता नंबर व जन आधार नंबर सही नहीं होना बता रहे है।
इसलिए रह गए वंचित
पशुपालन विभाग के अधिकारियों के अनुसार सूची में शामिल सैकड़ों पशुपालक मुआवजे से इसलिए वंचित रह गए क्योकि उनके नाम, जन आधार और बैंक खाता नंबर सही नहीं थे। इस वजह से उन्हें मुआवजा नहीं मिल पाया। हालांकि बाद में वंचित पशुपालकों के नाम, खाता नंबर व जन आधार कार्ड सही कर सूची भेजी गई है। उच्च स्तर से मुआवजा मिलने में देरी हो रही है। जल्द ही वंचित पशुपालकां को मुआवजा मिल जाएगा।
5 करोड़ से ज्यादा मुआवजा मिला
प्रदेश सरकार ने लंपी के दौरान एक पशु की मौत पर 40 हजार रुपए का मुआवजा दिया जाना तय किया था। पशुपालन विभाग के अनुसार जिले के दुधारू पशु की मौत पर पशुपालकों को पांच करोड़ 52 लाख रुपए का मुआवजा दिया जा चुका है।
मौत का आंकड़ा ज्यादा
झुंझुनूं जिले में लम्पी से करीब 4 हजार से ज्यादा दुधारू पशुओं की मौत हुई थी। लेकिन आगे भेजी गई सूची में सिर्फ 2187 के ही नाम शामिल थे। सरकार ने इसी सूची को आधार मानते हुए इनमें 1380 पशुपालकों को 40-40 हजार रुपए की सहायता जारी कर दी। शेष रहे पशुपालकों के नाम, खाता नंबर व जन आधार में गड़बड़ी के चलते मुआवजा नहीं मिल पाया।
जल्द ही मिलेगा
झुंझुनूं पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक रामेश्वर सिंह ने बताया कि वंचित पशुपालकों को जल्दी ही मुआवजा मिलेगा। खाता नंबर व जनआधार में गड़बड़ी की वजह मुआवजा की राशि अटक गई थी। गलतियां को सही कर सूची को दोबारा जयपुर भेज दिया था। जल्द ही वंचित पशुपालकों को मुआवजे दे दिया जाएगा।