Farmani Naaz : बेटे को दूध पिलाने के पैसे नहीं थे…आज स्टार:पति मारता था, ट्रेनों में गाना गा बच्चा पाला; आज यूट्यूब से लाखों कमा रहीं ‘फरमानी नाज’

Farmani Naaz : मुजफ्फरनगर की 19 साल की एक लड़की फरमानी नाज। जिसे पति ने बीमार बेटे के साथ छोड़ दिया। स्थिति ऐसी हो गई कि बेटे को दूध पिलाने तक के लिए पैसे नहीं रहे। मजबूरी में गांव-गांव जाकर गाना शुरू कर दिया। वीडियो यूट्यूब पर अपलोड हुए, तो लोगों को फरमानी की आवाज पसंद आ गई। इसके बाद फरमानी ने कभी बाजार, तो कभी ट्रेन में गाना गाया। पैसे आने लगे, तो दिन भी बदल गए। 2 साल पहले तक घर गिरवी था और आज खुद का घर है। देशभर में करोड़ों प्रशंसक हैं।
फरमानी के साथ यह सब अचानक नहीं हुआ। इन सबके पीछे एक कहानी है। कहानी में संघर्ष है। संघर्ष भी ऐसा, जहां जीवन दांव पर लग गया। फरमानी नहीं हारी। जीती भी, तो ऐसा कि हराने वाले आज पैर पकड़ने को तैयार हैं। आइए फरमानी की कहानी शुरू से जानते हैं…
19 साल की उम्र में पापा ने मेरी शादी तय कर दी

मुजफ्फरपुर जिले के गांव मोहम्मदपुर में आरिफ के घर फरमानी का जन्म हुआ। फरमानी के 7 भाई-बहन थे। पिता मजदूरी करके जैसे-तैसे घर का खर्च चलाते थे। उनके पास बच्चों को पढ़ाने के पैसे नहीं थे। फरमानी भी पांचवीं तक ही पढ़ी हैं। ना उनका पढ़ाई में मन लगता था, ना पिता के पास उन्हें पढ़ाने के पैसे थे।
फरमानी बताती हैं, “बचपन से ही मुझे गाना गाने का बहुत शौक था। लेकिन जब भी मैं गुनगुनाती, मां डांट देती। वो मुझसे कहती कि चौका-बासन करो। खाना बनाना सीखो। आगे काम आएगा। हमारे घर में ये सब गाना-बजाना नहीं होता है। जब भी माता-पिता घर में नहीं होते थे, तो मैं छुप-छुपकर गुनगुना लेती थी। लेकिन ये सब ज्यादा दिन तक नहीं चला।”
वो बताती हैं, ”मेरी बड़ी बहन की शादी हो चुकी थी। मैं 19 साल की थी। रात में सोने जा रही थी, तो अम्मी-अब्बू की खुसुर-पुसुर सुनी। वो मेरी शादी की बात कर रहे थे। शादी में नया-नया सामान मिलता है, मेहमान आते हैं, सब खुश होते हैं इसलिए मैं भी उस उम्र में मुझे भी शादी की बात सुनकर बहुत खुश हुई। एक साधारण से परिवार में मेरी शादी तय हो गई। शादी की तैयारियां शुरू हुईं। जिस लड़के से मेरी शादी तय हुई, ना वो ज्यादा पढ़ा-लिखा था ना मैं। शादी हुई और मैं अपने ससुराल आ गई।
ससुराल में कुछ भी मेरे अब्बू के घर जैसा नहीं था
फरमानी बताती हैं, “मैं जब ससुराल पहुंची, तो वहां सब बहुत अलग था। मेरे अब्बू के घर जैसा वहां कुछ भी नहीं था। पहुंचते ही परिवार की सारी जिम्मेदारियां मेरे ऊपर लाद दी गईं। उठने में 15 मिनट भी देर हो जाती या काम में जरा सी कुछ ऊंच-नीच होती, तो सब ताने मारने लगते। अब्बू के घर में जो थोड़ा बहुत गुनगुना लेती थी, यहां वो सब भी बंद हो गया।
ससुराल में सब चाहते थे कि मैं घर में चारदीवारी के बाहर ना निकलूं। घर में कैद रहकर बिना शिकायत पूरा काम करूं। मैं कमरे में अकेले बैठी चुपचाप रोती रहती। मुझे लगा था कि मेरे पति मेरी समस्या समझेंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कुछ कहने पर वो उल्टा मुझ पर ही गुस्सा करते। गाली-गलौज बिना तो जैसे दिन पूरा ही नहीं होता था। कई महीनों ऐसा चलने के बाद मैंने मान लिया कि यही मेरी किस्मत है। जैसे-तैसे हमारा घर परिवार चल रहा था। तभी पता चला कि मैं प्रेग्नेंट हूं।”
पेट दर्द होता, तो मुंह में दुपट्टा ठूंस लेती

”साल 2019. शादी के कुछ महीने बाद ही मेरे पेट में बच्चा आ चुका था। रसोई पकाते हुए उल्टियां आतीं, पेट में दर्द होता तो मुंह में दुपट्टा ठूस लेती। रात तक पस्त हो जाती, लेकिन ससुराल के ताने नहीं खत्म होते। मैं बस दिन बार यही दुआ करती कि मेरा बच्चा सेहतमंद हो। शायद उसके पैदा होने के बाद सब ठीक हो जाए। एक दिन मेरे पेट में बहुत दर्द होने लगा, तो ससुराल वाले मुझे लेकर अस्पताल भागे।
मैंने एक बच्चे को जन्म दिया। मैं बहुत खुश थी। मुझे लगा, अब ससुरालवाले खुश हो जाएंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मेरी दुआ कबूल नहीं हुई। बेटे का चेहरा देखकर वो लोग और भड़क गए। मेरे बेटे के नाक और मुंह का छेद एक था। बच्चे को लेकर जब मैं घर आई, तो ससुराल वाले मुझे और ज्यादा टॉर्चर करने लगे।
बेटे के इलाज के लिए करीब 2 लाख रुपए की जरूरत थी। उन लोगों ने मेरे ऊपर दबाव बनाना शुरू कर दिया कि मैं अपने मायके से पैसे लूं। अम्मी-अब्बू ने कर्ज लेकर मेरी शादी की थी। वो मेहनत-मजदूरी कर जैसे-तैसे अपना गुजारा कर पा रहे थे। उनके पास मुझे देने के लिए रुपए नहीं थे। लेकिन ये बात ना मेरे पति समझ रहे थे ना ससुराल वाले। इसके चलते मुझे जिल्लत भरी जिंदगी जीनी पड़ रही थी। लेकिन एक दिन मेरे सब्र का बांध टूट गया। मैं अपने एक महीने के बेटे को लेकर मायके आ गई।”
मेरे पास बेटे को दूध पिलाने तक के पैसे नहीं थे
”जब मैं मायके आ गई, तो मुझे लगा कि मेरे पति को अपनी गलती का अहसास होगा और वो मुझे वापस ले जाएंगे। सब अच्छा हो जाएगा। पर ऐसा कुछ नहीं हुआ। मेरे पति मुझे लेने नहीं आए। मेरे मायके की भी हालत ठीक नहीं थी। तो अपने बेटे के इलाज की पूरी जिम्मेदारी मेरे ऊपर आ गई। साथ ही मुझे घर चलाने के लिए भी पैसे कमाने थे। उस वक्त मेरे पास एक-दो गहने थे, जो बेचकर कुछ पैसे मिले। जिससे कुछ दिन अपना पेट पालने की कोशिश की। लेकिन कुछ दिन बाद मेरे पास अपने बेटे को दूध पिलाने तक के पैसे नहीं थे।”
फरमानी बताती हैं, “मैंने तय किया कि मजदूरी करके अपने बच्चे को पालूंगी। मैं सुबह उठती, अपने बच्चे के साथ वक्त बिताती। उसके बाद बच्चे को छोटे भाई-बहनों के पास छोड़कर काम की तलाश करने निकल जाती। जो छोटा-मोटा काम मिलता, वो करके पैसे कमाती। हर रोज ऐसे ही चलने लगा। उधर, मेरे पति को अब ना मुझसे मतलब था ना अपने बेटे से। उन्होंने कभी खैरियत पूछने के लिए फोन तक नहीं किया। मेरे अम्मी-अब्बू ये पूछने के लिए ससुराल भी गए, तो उन्होंने कोई वजह बताए उन्हें लौटा दिया।”
पति ने मुझे बिना बताए दूसरी शादी कर ली

फरमानी कहती हैं, ”मैं अपने पति का इंतजार कर रही थी, पर उसने मुझे बिना बताए दूसरी शादी कर ली। उसके बच्चे भी हैं। पति की दूसरी शादी के बाद ही मैंने तय किया कि अब मैं उस घर वापस यहीं जाऊंगी। मैं अक्सर अपने बेटे को खिलाते वक्त गाना गुनगुनाती थी। एक दिन मुझे गाना गाते हुए ताऊ के बेटे भूरा ने सुन लिया। भूरा गांव में ढोलक बजाता था। उसने मुझसे गाना गाने को कहा। मेरी आवाज सुनकर भूरा सन्न रह गया। मेरी आवाज ने समा बांध दिया। तभी भूरा ने मुझे अपने साथ मिलकर गाने का प्रस्ताव दिया। मैं तैयार हो गई।
भूरा एक राहुल नाम के आदमी के यहां काम करता था। उस वक्त राहुल का एक यूट्यूब चैनल था। जिस पर वो गांव-गांव घूमकर वहां के टैलेंट को दिखाते थे। उन्हें एक प्लेटफार्म देते थे। भूरा ने राहुल को गांव बुलाया। मेरा गाना सुनने के बाद उन्होंने यूट्यूब चैनल के लिए गाने का ऑफर दिया। इस पर मेरे परिवार वालों ने कहा कि मेरी बेटी फ्री में काम नहीं कर सकती। हमें पैसे की जरूरत है। राहुल मुझे देने के लिए तैयार हो गए। उन्होंने 25 हजार रुपए हर महीना देने का वादा कर दिया।”
कभी ट्रेन में तो कभी गांव-गांव जाकर गाना रिकॉर्ड करती
राहुल से मिलने के बाद धीरे-धीरे फरमानी की जिंदगी पटरी पर आने लगी। वो सुबह उठती। घर के काम में मदद करती। बच्चे के साथ कुछ वक्त बिताती, उसके बाद गाने की प्रैक्टिस में लग जाती। राहुल ने बताया कि फरमानी का पहला गाना चूल्हे पर रिकॉर्ड किया गया था।
इस वीडियो को तीन दिन में 10 मिलियन व्यूज मिले थे। इसके बाद हम एक के बाद कई गाने रिकॉर्ड करने लगे। फरमानी कुछ ही वक्त में आस-पास के गांव में पॉपुलर होने लगी।
फरमानी कभी ट्रेन के अंदर, तो कभी किसी गांव में जाकर गाना रिकॉर्ड करतीं। इससे वहां के लोग भी उनसे जुड़ने लगे और उनको पसंद करने लगे। साल 2020 में फरमानी को कुमार शानू के साथ एक गाना गाने का ऑफर मिला। फरमानी बताती हैं कि इसके लिए उन्हें रुपए तो नहीं मिले थे, लेकिन इतना बड़ा ऑफर मिलना ही उनके लिए काफी था। यहीं से उन्हें पॉपुलैरिटी मिलना शुरू हो गई।
साल 2020 में फरमानी ने इंडियन आइडल का ऑडिशन भी दिया था। उन्हें उसी वक्त गोल्डन टिकट मिला गया। उन्होंने वहां पर गाने गाए, लेकिन बेटे की तबीयत बिगड़ने के चलते फरमानी को वापस आना पड़ा। उसी वक्त उनके बेटे का इलाज होना था। इसलिए उन्होंने अपने करियर की बजाय बेटे के साथ रहना जरूरी समझा। राहुल ने स्माइल फाउंडेशन की मदद से फरमानी के बेटे का इलाज फ्री में करा दिया। बेटा ठीक हो गया, तो फरमानी ने अपने गाना गाने पर फोकस करना शुरू किया। अब उनका पूरा ध्यान वीडियो रिकाॅर्ड करने पर है।
हर-हर शंभू गाने पर लोगों ने विरोध किया

राहुल ने ‘नाज भक्ति, नाज नज्म और नाज म्यूजिक’ नाम से तीन और यूट्यूब चैनल बनाए। इन तीनों चैनल में राहुल, फरमानी और उनका बड़ा भाई फरमान तीनों पार्टनर हैं। राहुल और फरमानी समेत कुल 8 लोग हैं, जिनमें तीन सिंगर, एक एडिटर और अन्य स्टाफ है। बाकी लोगों की सैलरी और अन्य खर्च निकाल कर जो भी कमाई बचती है, वो तीन लोगों के बीच शेयर होता है। अब उनकी आर्थिक हालत भी सुधरने लगी है।
फरमानी ने जब भक्ति चैनल के लिए भजन हर-हर शंभू गया, तो वह वायरल हो गया। उलेमाओं ने उन्हें धमकी दी, जिसे फरमानी ने तवज्जो नहीं दी। फरमानी ने कहा, ”जब मुझे ससुराल से निकाल दिया गया। पति ने तलाक दिए बगैर ही दूसरी शादी कर ली। मैं और मेरा बेटा दो वक्त भर पेट खाना नहीं खा पा रहे थे, तब तो कोई मदद को आगे नहीं आया। तब किसी ने मुझे ढांढस नहीं बंधाया। लोगों का क्या है, लोग तो कुछ न कुछ बोलते ही रहते हैं।”
आज फरमानी के नाम से कुल 9 चैनल यूट्यूब पर चल रहे हैं। कितना कमाती हैं? ये सवाल पूछने पर फरमानी हंसकर कहती हैं कि इतना तो कमा लेते हैं कि परिवार के लिए जमीन खरीद ली है। अपना घर और स्टूडियो बनवा लिया है। पति के बारे में पूछने पर वो बताती हैं कि कई बार वो कहता है कि मैं वापस आ जाऊं, लेकिन मैं अब उसके पास वापस नहीं जाना चाहती।