उत्तर प्रदेश-अयोध्या : ट्रेन में अर्धनग्न-लहूलुहान मिली महिला सिपाही से गैंगरेप या फिर…40 किमी के बीच क्या हुआ? जानें सबकुछ
अयोध्या स्टेशन पर सुबह पहुंची सरयू एक्सप्रेस में गंभीर रूप से घायल पाई गई महिला सिपाही के साथ जमकर हैवानियत की गई। बताया जा रहा है कि महिला सिपाही अर्धनग्न अवस्था में बेहोश पड़ी थी। सवाल यह है कि मनकापुर से अयोध्या तक 40 किमी के इस सफर में आखिर ऐसा क्या हुआ? आइये जानते हैं...
उत्तर प्रदेश-अयोध्या : एडीजी रेलेवे के अयोध्या दौरे के 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि अज्ञात बदमाशों ने खाकी पर ही वार कर रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था को तार-तार कर दिया। चलती ट्रेन में महिला सिपाही को धारदार हथियार से गोद डाला। अर्धनग्न अवस्था में महिला सिपाही मनकापुर से अयोध्या आ रही सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में अचेत हालत में पाई गई है। हालांकि उसका यहां मेडिकल नहीं हुआ है फिर भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि महिला सिपाही के साथ रेप कर उसकी हत्या का प्रयास किया गया। हालांकि इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। हालत गंभीर होने के कारण उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है।
एडीजी रेलवे मंगलवार को अयोध्या में रेल यात्रियों की सुरक्षा का जायजा लेने आए थे। यहां उन्होंने अयोध्या में ट्रेनों से आने-जाने वाले रेल यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था का फुलप्रूफ ग्राफ तैयार किया।उनके दौरे को 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि बदमाशों ने महिला सिपाही पर सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रा कर रही महिला सिपाही को निशाना बनाकर जीआरपी को चुनौती दे दी। संदिग्ध अवस्था में घायल मिली महिला सिपाही प्रयागराज की रहने वाली है वह सुल्तानपुर में तैनात है। महिला सिपाही अयोध्या मेला क्षेत्र में स्पेशल ड्यूटी पर तैनात थी।
जीआरपी के सिपाहियों ने महिला सिपाही को अर्धनग्न अवस्था में देखा
गोंडा के मनकापुर से वापस आने वाली सरयू एक्सप्रेस में जीआरपी के सिपाहियों ने महिला सिपाही को अर्धनग्न अवस्था में गंभीर रूप से घायल देखा। महिला सिपाही को पहले अयोध्या के श्रीराम चिकित्सालय लाया गया वहां से उसे त लखनऊ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। पुलिस जांच में जुट गई है। भोर सवा पांच बजे अयोध्या जीआरपी ने महिला आरक्षी को घायल अवस्था में ट्रेन से उतारा। श्री राम अस्पताल से मेडिकल कॉलेज लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया।
सुल्तानपुर स्टेशन से सवार हुई थी महिला आरक्षी
जीआरपी पुलिस चौकी के प्रभारी अशोक कुमार पाठक ने बताया कि महिला सिपाही संभवतः सरयू एक्सप्रेस से अयोध्या मेला ड्यूटी के लिए सुल्तानपुर से ट्रेन में बैठी थी। उसकी तैनाती भी सुल्तानपुर जिले में ही है। बताया कि रास्ते में उसे शायद नींद लग गई और वो अयोध्या न उतरकर मनकापुर पहुंच गई। उधर से रात में कोई ट्रेन न मिलने पर वह प्रातः उसी ट्रेन से अयोध्या रवाना हो गई और रास्ते में उसके साथ घटना घटित हो गई।
कहां था ट्रेन में तैनात पुलिस स्कॉर्ट?
सरयू एक्सप्रेस में महिला सिपाही के साथ हुई इस घटना को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि रेल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर यात्री ट्रेनों में जीआरपी का स्कॉर्ट मौजूद रहता है। इस घटना के समय स्कॉर्ट के सिपाही कहां थे। यह घटना अयोध्या क्षेत्र में हुई या मनिकापुर क्षेत्र में। जीआरपी ने घायल महिला सिपाही का मेडिकल श्रीराम चिकित्सालय में क्यों नहीं कराया गया। अभी तो जीआरपी यह भी नहीं तय कर पाई है कि वारदात किस क्षेत्र में हुई और जांच कौन करेगा। इस घटना को लेकर रेल यात्रियों में भय का माहौल है। लोगों का कहना है जब खाकी सुरक्षित नहीं तो आम लोगों का क्या होगा?