ट्रायल में छूट का मामला: आंदोलनकारी पहलवानों ने शेयर की खेल मंत्री को लिखी चिट्ठी, जानिए उसमें क्या लिखा था
पहलवानों का जुबानी ‘दंगल’ नहीं थम रहा है। आंदोलनकारी पहलवानों ने सोशल मीडिया पर खेल मंत्री को लिखी चिट्ठी जारी की है। ट्रायल में छूट पर हुए बवाल पर लिखा है कि हमने समय मांगा था, छूट नहीं। आंदोलनकारी पहलवानों ने लिखा कि दुश्मन एकता में सेंध लगाना चाहता है।
नई दिल्ली : भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन करने वाले पहलवानों को ट्रायल में छूट का मामला बढ़ता ही जा रहा है। इसे लेकर पहलवानों में सोशल मीडिया पर लगातार दंगल जारी है। ट्रायल में आंदोलनकारी छह पहलवानों को छूट दिए जाने पर ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने सवाल खड़े किए थे।
इसके जवाब में ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक व अंतरराष्ट्रीय पहलवान विनेश फोगाट ने अब वह चिट्ठी सोशल मीडिया पर जारी की है जो उन्होंने खेल मंत्रालय को लिखी थी। साथ ही आंदोलनकारी पहलवानों ने लिखा है कि दुश्मन पहलवानों की एकता में सेंध लगाना चाहता है।
सोशल मीडिया पर छिड़ी जंग के बीच पहले बजरंग पूनिया व बाद में विनेश और साक्षी मलिक ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पत्र शेयर करते हुए लिखा कि मामले की गंभीरता को समझते हुए यह चिट्ठी जारी की जा रही है। दुश्मन पहलवानों की एकता में सेंध लगाना चाहता है।
पत्र में पहलवानों ने खेल मंत्रालय से गुहार लगाई है कि उनके आंदोलन में शामिल कुछ पहलवानों को एशियन गेम्स-2023 व विश्व चैंपियनशिप की ट्रायल के लिए कुछ अतिरिक्त समय दिया जाए। इसमें सभी छह पहलवानों की तरफ से निवेदन किया गया है, जो आंदोलन में शामिल थे। इनमें विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, सत्यव्रत कादियान, संगीता फोगाट व जितेंद्र कुमार के नाम शामिल हैं।
उन्होंने ट्रायल 10 अगस्त के बाद करवाने के लिए लिखा है। पत्र के साथ तीनों पहलवानों ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि हम आंदोलित पहलवानों ने सिर्फ ट्रायल को आगे बढ़ाने का समय मांगा था, क्योंकि पिछले 6 माह से आंदोलन में शामिल होने के कारण अभ्यास नहीं कर पाए थे। इस मामले की गंभीरता को हम समझते हैं, इसलिए यह चिट्ठी साझा कर रहे हैं।