छत्तीसगढ़-बिलासपुर : बिलासपुर (छत्तीसगढ़) में G-20 शिखर सम्मेलन की सिफारिशों व सुझावों का ड्राफ्ट तैयार करने के लिए नेशनल फ्रंट ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन व भारतीय मजदूर संघ ने G-20/लेबर 20 कॉनक्लेव की बैठक का आयोजन किया। बैठक के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बिस्वभूषण हरिचंदन जी थे। सम्मानित अतिथि राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त राजेश्री महंत रामसुंदर दास अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य गौसेवा आयोग, तथा भवन एवं अन्य संन्निर्माण मंडल (बीओसीडबल्यू) बोर्ड के अध्यक्ष सुशील सन्नी अग्रवाल रहे।
खेतड़ी नगर से हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड की केसीसी ईकाई में कार्यरत एनएफआईटीयू के राष्ट्रीय सचिव राजकुमार बाडेटिया व राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष हसरत हुसैन ने विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया। छत्तीसगढ़ राज्यपाल बिस्वभूषण हरिचंदन ने G-20 के लेबर 20 कॉनक्लेव कार्यक्रम की आधिकारिक घोषणा कर कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए बहुत ही खुशी की बात है कि वैश्विक चिंता के श्रमिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के बुद्धिजीवी एकत्रित हुए हैं। इस अवसर पर वीवी गिरी राष्ट्रीय श्रम संस्थान के ओतोजीत क्षेत्रिमयूम, छत्तीसगढ़ खान सुरक्षा निदेशक यूके सिन्हा सहित इस बैठक में विभिन्न विश्वविद्यालयों के चांसलर, वाइस चांसलर, प्रोफेसर्स, पब्लिक व प्राइवेट सेक्टर के प्रवक्ताओं ने भाग लिया।
राज्यपाल बिस्वभूषण हरिचंदन ने कार्यक्रम आयोजक एनएफआईटीयू अध्यक्ष डॉ दीपक जायसवाल, डॉ विराट जायसवाल, डॉ आयुषी जायसवाल, सुनील रिसवाल सहित विभिन्न पदाधिकारियों का G-20/ लेबर20 कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आभार प्रकट किया। इसके बाद कार्यक्रम का टेक्निकल सेशन चला जिसमे “ग्लोबल स्किल गैप: रोजगार के विशेष संदर्भ में हितधारकों की भूमिका और जिम्मेदारी” व अनौपचारिक श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा/सामाजिक न्याय विषय पर चर्चा की गई। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम में शामिल विभिन्न पदाधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर तथा शाल एवं माला पहनाकर सम्मानित किया। गौरतलब है कि G-20 की स्थापना 1999 में एशियाई वित्तीय संकट के बाद वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में की गई थी।
ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (G-20) में 19 देश (अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका) और यूरोपीय संघ शामिल हैं। शुरुआत में G-20 व्यापक आर्थिक मुद्दों पर केंद्रित था, परंतु बाद में इसके एजेंडे में विस्तार करते हुए इसमें अन्य बातों के साथ व्यापार, जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, स्वास्थ्य, कृषि, ऊर्जा, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और भ्रष्टाचार-विरोध शामिल किया गया। G-20 शिखर सम्मेलन प्रतिवर्ष एक क्रमिक अध्यक्षता में आयोजित किया जाता है।
भारत 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक G-20 की अध्यक्षता करेगा। G-20 के 18वें शिखर सम्मेलन का आयोजन सितंबर 2023 में नई दिल्ली में होगा। 2023 में G-20 शिखर सम्मेलन एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ (वसुधैव कुटुंबकम्) विषय पर केंद्रित होगा।