झुंझुनूं : नुआ के शोयेब बने उर्दू व्याख्यता : अगर इरादे मजबूत हो तो मंजिल जरूर मिलती हैं-जाकिर झुंझुनुवाला
नुआ के शोयेब बने उर्दू व्याख्यता : अगर इरादे मजबूत हो तो मंजिल जरूर मिलती हैं-जाकिर झुंझुनुवाला

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं : अगर इरादे मजबूत हो तो मंजिल जरूर मिलती हैं-जाकिर झुंझुनुवाला नुआ के शोयेब बने उर्दू व्याख्यता हुवा स्वागत 30 अप्रेल वार रविवार आरपीएससी के तरफ से आयोजित व्याख्याता उर्दू भर्ती 2022 के 28 अप्रेल 2023 को आये परिणाम में नुआ निवासी शोयेब खान पुत्र बलकेश बानो मरहूम सफी खान का चयन होने पर जनहित एकता समिति की और से माला शॉल व मिठाई खिलाकर समिति अध्यक्ष जाकिर झुंझुनुवाला की अध्यक्षता में दादा मुश्ताक खां चौक में भव्य स्वागत किया गया।
स्वागत समारोह को संबोधित करते हुवे जाकिर झुंझुनुवाला ने कहा शोयेब खान ने 25 वर्ष की उम्र में पूरी तैयारी के साथ सरकारी भर्ती में पहली बार भाग्य आजमाते हुवे आरपीएससी द्वारा आयोजित उर्दू व्याख्याता पद पर सफल होकर यह साबित कर दिया कि चाहे हालात कैसे भी हो अगर मजबूत इरादे के साथ मेहनत की जाये तो सफलता जरूर मिलती हैं शोयेब छह भाई बहनोँ में सबसे छोटा हैं 20 साल पहले शोयेब के पिताजी का देहांत हो गया लेकिन माता बलकेश बानो ने घर के हालात खराब होते हुवे भी अपने बच्चों की पढ़ाई जारी रखी उसी का परिणाम रहा कि छोटी बेटी भी टीचर लग गई व सबसे छोटा बेटा शोयेब खान व्याख्यता बन गया अभी शोयेब आरएएस की तैयारी भी कर रहा हैं झुंझुनुवाला ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही परिवार व समाज को मजबूत किया जा सकता हैं,बतौर अथिति समाजसेवी गुलज़ार फौजी ने कहा कि चाहे सरकारी कोई भी भर्ती हो नुआ के होनहार युवा अपनी मेहनत के दम पर परचम लहराते हैं फौजी ने कहा कि घर के दरवाजे पर घोड़े की नाल लगाने से सफलता नही मिलती सफलता के लिये खुद के दोंनो पैरों में घोड़े की नाल लगानी पड़ती हैं।
इस अवसर पर स्वागत करने वालों में जनहित एकता समिति सचिव अनिशा बानो, हाजी फ़रीद खां, भाई सिकन्दर खां, मुस्लिम सचिव सूबेदार सज्जाद खां, रिटायर्ड सीबीओ नय्यूम खान ,कैप्टन जंगशेर खां, वाईस प्रिंसिपल रियाज खां, अब्दुल्ला खां, मास्टर रफ़ीक भिश्ती, फ़िरोज गाँधी, रज़िया खाला, फौजी इन्तेजार खां, अल्पसंख्यक कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष आरिफ धोबी, फिरदौस बानो, सूबेदार अनीश खां, सुल्ताना बानो, रिहाना, मुस्कान, फ़रमान मुल्लर, साजिद खां, इज़हार फौजी, शमसाद फौजी, फरहा खान, नज़मा बानो, फरीन बानो, आशिक अली, अकरम फौजी, डॉ हनीफ पठान, हाफ़िज हकिकुल्लाह, हवलदार फ़िरोज खां, नदीम सेठी, इरसाद खां आदि सैंकड़ों लोग मोजूद थे।