[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

ग्राम दूधवाखारा में पेयजल संकट को लेकर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
चूरूटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

ग्राम दूधवाखारा में पेयजल संकट को लेकर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

ग्राम दूधवाखारा में पेयजल संकट को लेकर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान

चूरू : जिला मुख्यालय के निकटवर्ती ग्राम दूधवाखारा में व्याप्त पेयजल के गंभीर संकट को लेकर जनसेवा विकास समिति के तत्वावधान में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर समस्या से अवगत कराया।

ग्रामीणों ने बताया कि दूधवाखारा में लगभग 10 हजार की आबादी निवास करती है। गांव में उपतहसील कार्यालय सहित अन्य सरकारी कार्यालय संचालित हैं, वहीं स्थानीय विद्यालयों में 1000 से 1100 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इतनी बड़ी आबादी के बावजूद गांव भीषण पेयजल संकट से जूझ रहा है।

जलापूर्ति की स्थिति

ज्ञापन में बताया गया कि गांव का भूगर्भीय जल अत्यधिक खारा होने के कारण उपयोग योग्य नहीं है, जिससे पूरा गांव बाहरी जलापूर्ति पर निर्भर है। जलदाय विभाग द्वारा गांव को आठ जोन में विभाजित किया गया है। वर्तमान में आठ से दस दिन में केवल छह घंटे जलापूर्ति की जाती है, जिसे आठ जोन में बांटने पर प्रत्येक जोन में मात्र 35 से 40 मिनट ही पानी मिल पाता है। इस प्रकार प्रत्येक घर को आठ-दस दिन में केवल 40 मिनट जलापूर्ति हो पा रही है।

पेयजल की कमी के चलते ग्रामीणों को मजबूरन आसपास के गांवों से टैंकरों द्वारा पानी मंगवाना पड़ता है, जिसकी कीमत 800 से 1000 रुपये तक चुकानी पड़ती है।

पूर्व आश्वासन पर नहीं हुई प्रगति

ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या को लेकर पूर्व में भी प्रशासन को अवगत कराया गया था। सहायक अभियंता, जलदाय विभाग चूरू द्वारा पत्र क्रमांक 145, 1 जुलाई 2025 के माध्यम से बताया गया था कि विशेष योजना के तहत तारानगर से सीधे जलापूर्ति की जा रही है, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस प्रगति नजर नहीं आ रही, बल्कि स्थिति और अधिक खराब होती जा रही है।

ग्रामीणों की प्रमुख मांगें

ग्रामीणों ने मांग की कि : ग्राम दूधवाखारा में तारानगर अथवा चूरू से सीधे जलापूर्ति की व्यवस्था की जाए।, स्थायी समाधान होने तक वर्तमान व्यवस्था में हर दो दिन में प्रत्येक जोन में जलापूर्ति की जाए।, जलापूर्ति की अवधि बढ़ाई जाए, ताकि लोगों को पर्याप्त पानी मिल सके।

ग्रामीणों ने कहा कि यदि ठंड के मौसम में यह स्थिति है, तो गर्मी में हालात और अधिक भयावह हो जाएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप कर समस्या के समाधान की मांग की।

यह ज्ञापन जनसेवा विकास समिति दूधवाखारा के लेटर पैड पर जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, जिला कलेक्टर चूरू अभिषेक सुराणा, विधायक चूरू हरलाल सहारण, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़, सांसद राहुल कस्वां, अतिरिक्त मुख्य अभियंता राममूर्ति चौधरी सहित जलदाय विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी प्रेषित किया गया है।

Related Articles