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ईमानदारी और निष्पक्षता की मिसाल बने तहसीलदार जगदीश प्रसाद बैरवा, देर रात तक चला भव्य सम्मान एवं विदाई समारोह


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ईमानदारी और निष्पक्षता की मिसाल बने तहसीलदार जगदीश प्रसाद बैरवा, देर रात तक चला भव्य सम्मान एवं विदाई समारोह

ईमानदारी और निष्पक्षता की मिसाल बने तहसीलदार जगदीश प्रसाद बैरवा, देर रात तक चला भव्य सम्मान एवं विदाई समारोह

जनमानस शेखावाटी सवंददाता : नैना शेखावत

श्रीमाधोपुर : सीकर जिले के श्रीमाधोपुर में तहसीलदार से एसडीएम पद पर पदोन्नत होकर बहरोड़ में सहायक कलेक्टर नियुक्त हुए जगदीश प्रसाद बैरवा का भव्य सम्मान एवं विदाई समारोह देर रात तक चला। शहर में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, व्यापारी वर्ग और आम नागरिकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत कर सम्मान किया।

जैन भवन में आयोजित कार्यक्रम में रमेश गोयल और प्रकाश जैन की ओर से तहसीलदार बैरवा को 21 किलो की पुष्पमाला पहनाकर गिफ्ट भेंट किया गया। इस अवसर पर एसडीएम अनिल कुमार भी उपस्थित रहे। इसके अलावा लक्की अग्रवाल, प्रकाश जैन और रमेश गोयल द्वारा उन्हें चांदी की प्रतिमा, साफा, अभिनंदन पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में भाजपा मंडल अध्यक्ष नटवर पारीक, मंडी सचिव प्रकाश जैन सहित अनेक गणमान्य अतिथि मौजूद रहे। रवि प्रजापत द्वारा प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान कर भी उनका सम्मान किया गया।

सम्मान समारोह के बाद मुख्य सड़क मार्ग से बैंड-बाजों के साथ भव्य जुलूस निकाला गया, जो जैन मंदिर पहुंचा, जहां नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इसके बाद खटीकों के मोहल्ले तक बैंड-बाजों के साथ विदाई दी गई। अंबेडकर पार्क में भी नागरिकों ने अलग से सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया।

गौरतलब है कि जगदीश प्रसाद बैरवा ने श्रीमाधोपुर में अपने 23 माह के कार्यकाल के दौरान निष्पक्ष, निर्भीक और ईमानदार प्रशासन की मिसाल कायम की। उनके कार्यकाल में सैकड़ों अतिक्रमण हटाए गए, जो श्रीमाधोपुर के इतिहास में पहली बार हुआ। यह कार्रवाई बिना किसी भेदभाव के की गई, जिसके चलते उन्हें जिला कलेक्टर द्वारा भी सम्मानित किया गया था। सरल व्यवहार, कानून के प्रति सख्त रुख और पारदर्शी कार्यशैली के कारण उन्होंने आमजन के दिलों में विशेष स्थान बनाया। उनका कार्यकाल श्रीमाधोपुर के प्रशासनिक इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में याद किया जाएगा।

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