चाइनीज मांझे के खिलाफ VHP का सख्त तेवर, प्रशासन से पूर्ण प्रतिबंध की मांग
चाइनीज मांझे के खिलाफ VHP का सख्त तेवर, प्रशासन से पूर्ण प्रतिबंध की मांग
जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
नवलगढ़ : विश्व हिन्दू परिषद की ओर से मंगलवार को उपखण्ड अधिकारी को चाइनीज व धातु मिश्रित मांझे के उपयोग और बिक्री पर पूर्णतः रोक लगाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया कि इस प्रकार के मांझे से आए दिन पक्षियों के घायल होने, बिजली के तारों के संपर्क में आने से करंट फैलने तथा दुपहिया वाहन चालकों के गंभीर रूप से घायल होने की घटनाएं सामने आती रहती हैं, जो जनजीवन के लिए गंभीर खतरा बनी हुई हैं।
विश्व हिन्दू परिषद ने मानव एवं प्राणीमात्र की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चाइनीज व धातु मिश्रित मांझे की बिक्री व उपयोग पर प्रभावी अंकुश लगाने तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की।

इस अवसर पर वरिष्ठ व्यापारी शिवरतन मुरारका ने व्यापारियों व आम नागरिकों से अपील की कि वे चाइनीज मांझे से होने वाली दुर्घटनाओं को समझते हुए इसके उपयोग से पूरी तरह परहेज करें। प्रखण्ड उपाध्यक्ष लक्ष्मण स्वामी ने जनहित में त्वरित व प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रखण्ड अध्यक्ष राम मोहन सेकसरिया ने युवाओं और बच्चों से आह्वान किया कि वे प्राणीमात्र के कल्याण हेतु चाइनीज व धातु मिश्रित मांझे का प्रयोग न करें।
बजरंग दल सुभाष बस्ती संयोजक नरेश सैनी ने कहा कि जो लोग इसके उपयोग व बिक्री में संलिप्त हैं, उनके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। कपड़ा व्यापार मण्डल अध्यक्ष मुरारीलाल सुंदरिया ने भी प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की।
इस दौरान विश्व हिन्दू परिषद प्रखण्ड अध्यक्ष राम मोहन सेकसरिया, प्रखण्ड उपाध्यक्ष लक्ष्मण स्वामी, प्रखण्ड मंत्री सुरेश कुमावत, बजरंग दल सुभाष बस्ती संयोजक नरेश सैनी, बजरंग दल अंबेडकर बस्ती संयोजक पीयूष सांखला, बजरंग दल श्रीराम बस्ती संयोजक अंशु सैनी, कपड़ा व्यापार संघ अध्यक्ष मुरारीलाल सुंदरिया, वरिष्ठ व्यापारी शिवरतन मुरारका, मेजर डीपी शर्मा, पवन शर्मा, प्रशांत सैनी, धीरज सैनी, ओमप्रकाश सैनी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
चाइनीज मांझे के गंभीर नुकसान
चाइनीज मांझा (नायलॉन या धातु मिश्रित मांझा) देखने में भले ही पतला हो, लेकिन यह बेहद खतरनाक होता है। इसके प्रमुख नुकसान इस प्रकार हैं—
- पक्षियों के लिए जानलेवा : उड़ते समय पक्षियों की गर्दन, पंख और पैर कट जाते हैं। कई पक्षी गंभीर रूप से घायल होकर तड़प-तड़प कर मर जाते हैं।
- मानव जीवन को खतरा : दुपहिया वाहन चालकों के गले, चेहरे और हाथों पर मांझा फंसने से गंभीर चोटें लगती हैं, कई मामलों में जान तक चली जाती है।
- बच्चों के लिए अत्यंत खतरनाक : पतंग उड़ाते समय बच्चों के हाथ, उंगलियां और त्वचा गहराई तक कट सकती है, जिससे स्थायी चोट का खतरा रहता है।
- पर्यावरण को नुकसान : नायलॉन से बना होने के कारण यह जमीन और पेड़ों में लंबे समय तक पड़ा रहता है, जिससे पर्यावरण प्रदूषित होता है।
- आपात सेवाओं में बाधा : सड़क पर फैला मांझा एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और अन्य आपात वाहनों के लिए भी खतरा बनता है।
- कानूनन अपराध : कई राज्यों में चाइनीज व धातु मिश्रित मांझे की बिक्री व उपयोग प्रतिबंधित है। इसका प्रयोग करने पर जुर्माना और जेल तक का प्रावधान है।
मनोरंजन के लिए उड़ाया गया चाइनीज मांझा कई जिंदगियों के लिए खतरा बन सकता है। इसलिए मानव, पशु-पक्षी और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए इसका उपयोग न करें और दूसरों को भी इसके दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करें।
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