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अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का समापन: 3 देशों के विशेषज्ञों ने रखे शोध पत्र, प्रतिभागियों को मिला ग्लोबल विजन


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अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का समापन: 3 देशों के विशेषज्ञों ने रखे शोध पत्र, प्रतिभागियों को मिला ग्लोबल विजन

अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का समापन: 3 देशों के विशेषज्ञों ने रखे शोध पत्र, प्रतिभागियों को मिला ग्लोबल विजन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका

झुंझुनूं : सेठ केदारनाथ मोदी राजकीय महाविद्यालय, गुढ़ा में शुक्रवार को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस “ज्ञान की सीमाओं से परे—एक सुदृढ़ भविष्य के लिए अंतःविषयी समन्वय (ICKBB 2025)” का समापन हुआ। कार्यक्रम उत्साह, गरिमा और शैक्षणिक माहौल के बीच पूरा हुआ।

समापन समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व कुलगुरु प्रो. जे.पी. यादव रहे। वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रो. रामकुमार सिंह (प्राचार्य, राजकीय कन्या कॉलेज, झुंझुनूं), पूर्व कुलगुरु प्रो. लोकेश सिंह शेखावत (जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर), डॉ. हनुमान प्रसाद (पूर्व निदेशक, SKRAU बीकानेर), ले. जनरल के.के. रेपेसवाल (सेवानिवृत्त), विजेन्द्र सिंह इन्द्रपुरा तथा जिला जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु सिंह ने शिरकत की।

महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अनिता झाझड़िया ने अतिथियों का स्वागत कर स्मृति चिन्ह भेंट किए। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में शोध और नवाचार के प्रति उत्साह बढ़ाते हैं।

तीन देशों के विशेषज्ञ ऑनलाइन जुड़े

कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन इजिप्ट, नेपाल और यूएई के वक्ताओं ने ऑनलाइन शोध प्रस्तुतियाँ दीं : हबीब अल रहमान रगाब (इजिप्ट), प्रो. सुशीला चटर्जी नेपाली (नेपाल), प्रो. कुसुम शाक्य (नेपाल), प्रो. टीना चौधरी (यूएई), इनमें वैश्विक चुनौतियों, सतत विकास, नवाचार और अंतःविषयी अनुसंधान पर चर्चा हुई।

राष्ट्रीय सत्र में भी गूंजे शोध पत्र

देश के कई प्रतिष्ठित शिक्षाविदों ने भी प्रस्तुति दी। इनमें प्रमुख रहे डॉ. सुमित बुकिया, प्रो. अनिता भटनागर, प्रो. अशोक पुरोहित, प्रियांशु सिंह, प्रो. देविका सागवान, डॉ. दिनेश चहल, डॉ. विनोद कुमारी, प्रो. ममता शर्मा, प्रो. जे.डी. सोनी, डॉ. अमिति जसरोटिया, डॉ. इन्द्रराज मल यादव और प्रो. महासिंह आदि।

बड़ी संख्या में शोधार्थी व विद्यार्थी शामिल

कॉन्फ्रेंस में विभिन्न कॉलेजों से आए शोधार्थियों, फैकल्टी, विद्यार्थियों और तकनीकी टीम ने भाग लिया। अंत में आयोजन संयोजक व सचिव ने सभी प्रतिभागियों व सहयोगियों का आभार जताया और कार्यक्रम को महाविद्यालय परिवार की सामूहिक उपलब्धि बताया।

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