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मिर्गी शिविर में 575 रोगियों की जांच, निःशुल्क दवा दी:डॉ. सुरेका ने कहा- जागरूकता से रोग पर नियंत्रण संभव; ट्रस्ट का 375वां शिविर


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मिर्गी शिविर में 575 रोगियों की जांच, निःशुल्क दवा दी:डॉ. सुरेका ने कहा- जागरूकता से रोग पर नियंत्रण संभव; ट्रस्ट का 375वां शिविर

मिर्गी शिविर में 575 रोगियों की जांच, निःशुल्क दवा दी:डॉ. सुरेका ने कहा- जागरूकता से रोग पर नियंत्रण संभव; ट्रस्ट का 375वां शिविर

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान

चूरू : चूरू में त्रिवेणी देवी सुरेका ट्रस्ट द्वारा मंगलवार को रतननगर पीएचसी में निःशुल्क मिर्गी रोग निदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में मुख्य न्यूरो फिजिशियन डॉ. आरके सुरेका ने 575 रोगियों की जांच और परामर्श कर उन्हें एक माह की दवा निःशुल्क प्रदान की।

डॉ. आरके सुरेका ने बताया कि मिर्गी कोई असाध्य रोग नहीं है। यदि रोगी समय पर जांच करवाकर इलाज शुरू करे और नियमित रूप से दवा का सेवन करे, तो इस रोग से पूरी तरह ठीक हो सकता है।

उन्होंने बताया कि देश में मिर्गी रोग की व्यापकता प्रति हजार व्यक्तियों में 2 से 10 तक है। डॉ. सुरेका के अनुसार 70 प्रतिशत रोगियों में मिर्गी का कोई स्पष्ट कारण नहीं होता, जबकि 30 प्रतिशत मामलों में सिर में चोट, दिमाग में टीबी, रसौली, जन्म के समय बच्चे को सांस न आना, जन्मजात विकृतियां और शराब व नशे का सेवन जैसे कारण हो सकते हैं।

डॉ. सुरेका ने मिर्गी के इलाज के साथ-साथ जन जागरूकता को भी महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने लोगों में फैली भ्रांतियों को दूर करते हुए कहा कि यह गलत धारणा है कि मिर्गी रोगी बच्चा पैदा नहीं कर सकता या उसके सभी बच्चों को यह रोग हो सकता है। वास्तविकता यह है कि मिर्गी से पीड़ित महिला बच्चे को जन्म दे सकती है और उसे स्तनपान भी करा सकती है।

यह त्रिवेणी देवी सुरेका चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित 375वां शिविर था। शिविर को सफल बनाने में डॉ. रोहित सुरेका, डॉ. रक्षित सुरेका, डॉ. जयसिंह, डॉ. सरीन, डॉ. एफएच गौरी और ताजू खान ने भी सहयोग किया।

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