निर्माण कार्यों की गुणवत्ता जांच को लेकर प्रदेश में ‘सघन निरीक्षण अभियान’ शुरू
1 से 30 नवंबर तक चलेगा अभियान, तीन स्तरों पर होंगी जांच समितियां
जयपुर : मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर प्रदेशभर में भवन और सड़क निर्माण कार्यों की गुणवत्ता जांच के लिए ‘सघन निरीक्षण अभियान’ शनिवार से शुरू होगा। यह अभियान 1 से 30 नवंबर तक चलेगा। मुख्य सचिव सुधांश पंत ने इस संबंध में सभी जिला कलक्टरों को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए। अभियान की मॉनिटरिंग सार्वजनिक निर्माण, नगरीय विकास एवं आवासन, स्वायत्त शासन और समग्र शिक्षा विभागों के तहत की जाएगी।
तीन समितियां करेंगी गहन निरीक्षण
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक जिले में तीन अलग-अलग निरीक्षण समितियां गठित की जाएंगी—
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सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) के कार्यों के लिए अधीक्षण अभियंता और अधिशाषी अभियंता की समिति।
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नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग के कार्यों के लिए संबंधित वृत्त के अधीक्षण अभियंता, गुण नियंत्रण खंड के अधिशाषी अभियंता और नगरीय विकास विभाग के अभियंता को शामिल करते हुए समिति।
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समग्र शिक्षा अभियान के तहत भवन निर्माण कार्यों के लिए अधीक्षण अभियंता (PWD), अधिशाषी अभियंता (गुण नियंत्रण खंड) और SSA के अभियंता की समिति गठित की जाएगी।
गुणवत्ता और पारदर्शिता पर रहेगी निगरानी
इन समितियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे निर्माण और मरम्मत कार्यों की गुणवत्ता, तकनीकी मानकों और पारदर्शिता की जांच कर रिपोर्ट जिला कलक्टर को सौंपें, जो अपनी अनुशंसा सहित रिपोर्ट संबंधित विभाग के प्रभारी सचिव को भेजेंगे।
मुख्य सचिव ने कहा कि समय-समय पर निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें प्राप्त होती हैं, इसलिए सरकार ने यह अभियान शुरू किया है ताकि प्रदेशभर में सड़कों और भवनों की गुणवत्ता की सघन जांच की जा सके।
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