[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

स्टेट हाईवे 20 पर रेत से भरे वाहनों की आवाजाही:उड़ती धूल से दमे का खतरा, शेखावाटी के धोरे भी हो रहे विलुप्त


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
चूरूटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

स्टेट हाईवे 20 पर रेत से भरे वाहनों की आवाजाही:उड़ती धूल से दमे का खतरा, शेखावाटी के धोरे भी हो रहे विलुप्त

स्टेट हाईवे 20 पर रेत से भरे वाहनों की आवाजाही:उड़ती धूल से दमे का खतरा, शेखावाटी के धोरे भी हो रहे विलुप्त

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान

चूरू : स्टेट हाईवे 20 पर रेत से भरे वाहनों की बेकाबू आवाजाही से शेखावाटी के प्राकृतिक धोरे विलुप्त हो रहे हैं। इन वाहनों से उड़ने वाली धूल न केवल सड़क सुरक्षा के लिए खतरा बन रही है, बल्कि इससे आसपास के दुकानदारों को हेल्थ संबंधी गंभीर समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है।

ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों से रेत के धोरों को खोदकर या पानी की डिग्गियां बनाते समय निकाली गई मिट्टी को ट्रकों और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरकर लाया जाता है। इस प्रक्रिया से शेखावाटी क्षेत्र के खेत अपने प्राकृतिक धोरों को खो रहे हैं, जो कभी इस क्षेत्र की सुंदरता का प्रतीक हुआ करते थे।

खेतों से मिट्टी भरकर लाते समय ये वाहन स्टेट हाईवे से गुजरते हैं। इस दौरान मिट्टी हवा में उड़कर हाईवे पर गिरती रहती है, जिससे पीछे चल रहे दोपहिया वाहन चालकों की आंखों में मिट्टी जाने से कई बार हादसे होते-होते बचे हैं। तेज वाहनों से उड़ने वाली यह मिट्टी सड़क के दोनों ओर के दुकानदारों को भी परेशान करती है।

रेत से भरे वाहनों की आवाजाही से उड़ने वाली धूल से आसपास के दुकानदारों को हेल्थ संबंधी गंभीर समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है।
रेत से भरे वाहनों की आवाजाही से उड़ने वाली धूल से आसपास के दुकानदारों को हेल्थ संबंधी गंभीर समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है।

दुकानदारों का कहना है कि सड़क पर गिरी मिट्टी वाहनों के टायरों से पीसकर पाउडर जैसी चिकनी हो जाती है और लगातार उड़ती रहती है। यह धूल दुकानों के अंदर तक जाती है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान होता है और दमा जैसी सांस संबंधी बीमारियों का खतरा बना रहता है। हाईवे पर मिट्टी का यह जमावड़ा लंबे समय से पड़ा है, लेकिन सार्वजनिक निर्माण विभाग और टोल प्रशासन इसे हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है। जबकि स्टेट हाइवे से गुजरने वाले हर वाहन से टोल नाके पर शुल्क वसूला जा रहा है, सुविधाएं न के बराबर हैं।

Related Articles