झुंझुनूं में अब बिजली कटौती से मिलेगी राहत:रिंगमेन सिस्टम से होगी लाइट की सप्लाई, मणि विहार जीएसएस पर निर्भरता खत्म
झुंझुनूं में अब बिजली कटौती से मिलेगी राहत:रिंगमेन सिस्टम से होगी लाइट की सप्लाई, मणि विहार जीएसएस पर निर्भरता खत्म
झुंझुनूं : झुंझुनूं शहर के बिजली उपभोक्ताओं को अब बार-बार होने वाले बिजली कटों से बड़ी राहत मिलने वाली है। बिजली निगम (डिस्कॉम) ने शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था को पूरी तरह बदलने का फैसला किया है। अब शहर की बिजली सप्लाई एक ही केंद्र (जीएसएस) पर निर्भर नहीं रहेगी। डिस्कॉम ने एक बड़ी पहल करते हुए शहर की सभी 33 केवी लाइनों को रिंगमेन सिस्टम से जोड़ने की तैयारी पूरी कर ली है। इस नई व्यवस्था के तहत, अब एक जीएसएस की लाइन में फॉल्ट आने या बिजली कटौती होने पर भी शहर की सप्लाई दूसरे जीएसएस से तुरंत चालू रखी जा सकेगी।
दो करोड़ की लागत से बनेगा रिंगमेन सिस्टम, दिसंबर तक होगा चालू
फिलहाल झुंझुनूं शहर की लगभग पूरी बिजली सप्लाई 132 केवी मणि विहार जीएसएस से ही होती है। रीको 33 केवी जीएसएस ही ऐसा केंद्र है जो मणि विहार के अलावा 220 केवी पुरा की ढाणी जीएसएस से भी जुड़ा हुआ है। मणि विहार लाइन में फॉल्ट या कटौती होने पर पूरी शहर की बिजली गुल करनी पड़ती थी। इस समस्या के स्थायी समाधान के रूप में, डिस्कॉम ने अब रीको जीएसएस से हाउसिंग बोर्ड 33 केवी जीएसएस तक विशेष रिंगमेन लाइन बिछाने की योजना बनाई है।
डेढ़ किमी लंबी लाइन बिछाने में खर्च होंगे 2 करोड़
करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी यह रिंगमेन लाइन नवंबर में बिछाई जाएगी और इस पर लगभग 2 करोड़ रुपए खर्च होंगे। डिस्कॉम अधिकारियों ने बताया कि इस सिस्टम के दिसंबर तक शुरू होने की उम्मीद है।
डुअल-सोर्स सप्लाई से मिलेगी निर्बाध बिजली
रिंगमेन सिस्टम बनने के बाद शहर की सभी 33 केवी लाइनें 2 बड़े स्रोतों से जुड़ जाएंगी, जिससे बिजली आपूर्ति पूरी तरह ‘डुअल-सोर्स’ से संचालित होगी।
- 132 केवी मणि विहार जीएसएस
- 220 केवी पुरा की ढाणी जीएसएस
रीको जीएसएस को हाउसिंग बोर्ड 33 केवी लाइन से जोड़ने के बाद अब बिजली 220 केवी पुरा की ढाणी और 132 केवी मणि विहार से समानांतर रूप से संचालित होगी। एसई महेश टीबड़ा के अनुसार, इससे फाल्ट की स्थिति में भी सप्लाई प्रभावित नहीं होगी, और मणिविहार जीएसएस ठप होने पर भी शहर अंधेरे में नहीं डूबेगा।
दो नए GSS की मंजूरी, 20 हजार उपभोक्ताओं को लाभ
शहर में बिजली व्यवस्था को और सशक्त बनाने के लिए डिस्कॉम ने 2 नए 33 केवी जीएसएस भी मंजूर किए हैं। इन केंद्रों पर करीब 6 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इन परियोजनाओं से शहर के 20 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को सीधा लाभ मिलेगा।
- कलेक्ट्रेट के पास GSS :- माननगर, रोड नंबर एक, दो और तीन, बाकरा मोड़, किसान कॉलोनी, न्यू कॉलोनी, बस डिपो, हवाई पट्टी, रेलवे स्टेशन और पंचायत समिति क्षेत्र।
- अफसाना जोहड़ क्षेत्र GSS :- चूरू रोड, नयासर रोड, बिसाऊ रोड, पीपली चौक और सगीरा सर्किल क्षेत्र।
2 नए GSS के लिए जमीन की तलाश जारी
एसई महेश टीबड़ा ने बताया कि 2 नए जीएसएस के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। इनके बन जाने के बाद शहर की बिजली संरचना और भी मजबूत हो जाएगी। आने वाले वर्षों में झुंझुनूं शहर के लिए यह एक बड़ी तकनीकी उपलब्धि साबित होगी, जिससे उपभोक्ताओं को फाल्ट, ट्रिपिंग और कटौती की समस्या से काफी हद तक राहत मिलेगी।
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