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खेतड़ी में राजा अजीत सिंह की 164वीं जयंती मनाई:प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई, स्वामी विवेकानंद को विश्व में पहचान दिलाने में रहा योगदान


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खेतड़ी में राजा अजीत सिंह की 164वीं जयंती मनाई:प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई, स्वामी विवेकानंद को विश्व में पहचान दिलाने में रहा योगदान

खेतड़ी में राजा अजीत सिंह की 164वीं जयंती मनाई:प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई, स्वामी विवेकानंद को विश्व में पहचान दिलाने में रहा योगदान

खेतड़ी : खेतड़ी के उप जिला स्थित राजा अजीत सिंह पार्क परिसर में गुरुवार को राजा अजीत सिंह की 164वीं जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। इस मौके पर पूर्व सरपंच फतेह सिंह शेखावत मुख्य अतिथि रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता रणवीर सिंह ने की। सर्वप्रथम अतिथियों ने राजा अजीत सिंह की आदमकद प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें पुष्पांजलि दी।

मुख्य अतिथि फतेह सिंह शेखावत ने अपने संबोधन में खेतड़ी नरेश अजीत सिंह और स्वामी विवेकानंद के गहरे संबंधों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया- दोनों अजीज मित्र और गुरु-शिष्य थे। नरेंद्रनाथ दत्त को ‘स्वामी विवेकानंद’ का नाम राजा अजीत सिंह ने ही दिया था। शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद को भेजने का पूरा खर्च भी राजा अजीत सिंह ने उठाया था। स्वामी विवेकानंद ने स्वयं कहा था कि भारत के कल्याण के लिए जो कुछ भी वो कर पाए, वो राजा अजीत सिंह से भेंट न हुई होती तो संभव नहीं था।

शेखावत ने राजा अजीत सिंह की दूरदर्शी सोच की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने तत्कालीन समय में शिक्षा और चिकित्सा के विस्तार पर विशेष ध्यान दिया। उनकी प्रेरणा से ही स्वामी विवेकानंद खेतड़ी नरेश के आग्रह पर तीन बार खेतड़ी आए थे। इन दोनों महान विभूतियों की यादों में केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से अजीत विवेक संग्रहालय बनाया गया है, जो अब अनेक सैलानियों को आकर्षित कर रहा है और खेतड़ी को एक पर्यटक नगरी के रूप में विकसित कर रहा है।

राजा अजीत सिंह का जन्म 16 अक्टूबर 1861 को झुंझुनूं जिले के अलसीसर गांव में हुआ था। वो खेतड़ी रियासत के आठवें राजा थे, जो रियासत कालीन समय में जयपुर के बाद दूसरी सबसे बड़ी रियासत थी। उन्होंने खेतड़ी रियासत की जनता के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य करवाए, जिनका लाभ आज भी जनता उठा रही है। इस दौरान युवाओं को महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का आह्वान किया गया।

इस मौके पर जिला परिषद सदस्य उम्मेद सिंह निर्वाण, करणी सेना जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह फौजी, रामनिवास लादी, रामप्रकाश, राधेश्याम, राजवीर, अशोक, मोहित, कमल सिंह, सुरेंद्र, विजेश, विकास, संजय सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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