श्रीमाधोपुर मंडी में व्यापारियों की हड़ताल जारी:बोले- सुनवाई नहीं हो रही, करोड़ों का व्यापार प्रभावित; पल्लेदारों के समर्थन में किसान सभा भी आया
श्रीमाधोपुर मंडी में व्यापारियों की हड़ताल जारी:बोले- सुनवाई नहीं हो रही, करोड़ों का व्यापार प्रभावित; पल्लेदारों के समर्थन में किसान सभा भी आया

श्रीमाधोपुर : श्रीमाधोपुर कृषि उपज मंडी में शुक्रवार को शुरू हुई व्यापारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शनिवार को दूसरे दिन भी जारी रही। यह हड़ताल पल्लेदारों द्वारा कृषि जिंसों की तुलाई और लोडिंग में कथित मनमानी के विरोध में की गई है। मंडी परिसर में पल्लेदार भी धरने पर बैठे रहे, जिससे व्यापारिक गतिविधियां ठप हो गईं। आज शाम पल्लेदारों के समर्थन में अखिल भारतीय किसान सभा के पदाधिकारी मंडी पहुंचे। सभा के पदाधिकारी ओमप्रकाश यादव ने कहा कि व्यापारियों की हड़ताल अनुचित और मनमाना है। उन्होंने घोषणा की कि शनिवार को मंडी सचिव को ज्ञापन सौंपकर मांगें रखी जाएंगी।

पल्लेदारों की मांगें
ज्ञापन में पल्लेदारों की प्रमुख मांगों में शामिल हैं:
- मजदूरों के लिए नहाने और शौचालय की उचित व्यवस्था
- किसानों के प्लेटफार्म पर व्यापारियों द्वारा किए गए कब्जे को हटाना
- पल्लेदारों की मजदूरी बढ़ाना
- मजदूरी का समय सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक सुनिश्चित करना
ज्ञापन सौंपने के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। इस दौरान पल्लेदार संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र सैनी, कैलाश सामोता, श्योराम लांबा, हनुमान सोलेत, विजेंद्र सिंह शेखावत, हरेंद्र निठारवाल और सुवालाल सहित कई किसान सभा के पदाधिकारी मौजूद रहे।
मंडी में अनिश्चितकालीन व्यापार बंद रखने का लिया फैसला
दूसरी ओर, क वर्ग व्यापार संघ के मंत्री प्रकाश जैन और अध्यक्ष पवन चौधरी ने बताया कि कुछ पल्लेदार रात के समय मंडी में आने वाले कृषि उत्पादों को उतारने से रोक रहे हैं। इसके अलावा, तुलाई की प्रक्रिया में देरी के कारण व्यापारिक गतिविधियां बाधित हो रही हैं।
व्यापारियों ने मंडी में अनिश्चितकालीन व्यापार बंद रखने का फैसला किया है। प्रकाश जैन ने बताया कि मूंगफली के सीजन में प्रतिदिन लगभग 3200 क्विंटल मूंगफली और अन्य जिंस मंडी में आती हैं, जिससे रोजाना 2 करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित हो रहा है। साथ ही, मंडी टैक्स और जीएसटी के रूप में सरकारी राजस्व को प्रतिदिन लगभग 10 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है।