सूरजगढ़ में अशोक विजयादशमी मनाई
भारत का सही इतिहास छुपाया गया : वक्ताओं के विचार

सूरजगढ़ : श्री रैगर समाज सामुदायिक भवन सूरजगढ़ में 2 अक्टूबर को सम्राट अशोक विजयादशमी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षाविद मोतीलाल डिग्रवाल ने की।
डिग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि बौद्ध धर्म, सम्राट अशोक और उनके वंशजों का सही इतिहास जनता से छुपाया गया है। रावण दहन की परंपरा की वास्तविकता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि दस बुद्धिस्ट राजाओं को रावण की काल्पनिक संज्ञा दी गई। उन्होंने पुरातात्विक और ऐतिहासिक प्रमाणों के आधार पर अष्टांगिक मार्ग अपनाने पर जोर दिया और देशहित में सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने की प्रेरणा दी।
वहीं, मा. जगदीश प्रसाद लोरानिया, राकेश बाकोलिया, पूर्व तहसीलदार महावीर बाकोलिया और राधेश्याम चिरानिया ने महिलाओं को सत्य से अवगत कराने के लिए विशेष मुहिम चलाने की आवश्यकता जताई।
ओमप्रकाश सेवदा ने कहा कि अंधविश्वास और पाखंडवाद को तथाकथित बाबाओं द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है, जिस पर बुद्धि और विवेक से मंथन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसे पाखंडवाद को बढ़ावा देने वालों पर संवैधानिक कार्यवाही होनी चाहिए।
कार्यक्रम में गोपीराम सोकरिया, सलीम खान, राकेश बाकोलिया, रोताश कटारिया, सज्जन कटारिया, छोटेलाल गजराज डीसी सहित कई मानवतावादी लोग शामिल हुए।