सीकर के युवक की जयपुर में मौत:आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना जारी, 0056 और 5600 ग्रुप के लोगों पर मर्डर का शक
सीकर के युवक की जयपुर में मौत:आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना जारी, 0056 और 5600 ग्रुप के लोगों पर मर्डर का शक

सीकर : सीकर के युवक की जयपुर में संदिग्ध मौत हो गई। युवक 0056 और 5600 ग्रुप के लोगों के साथ था। परिजनों ने दोनों ग्रुप के लोगों पर मर्डर का आरोप लगाया है। परिजनों की रिपोर्ट पर उद्योग नगर थाने में मामला दर्ज हुआ है। परिजन सहित अन्य लोग सीकर में एसके अस्पताल की मॉर्च्युरी के बाहर धरने पर बैठे हैं।
इस संबंध में मृतक मनीष भामू (35) के भाई प्यारेलाल ने उद्योग नगर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है कि 29 सितंबर को दोपहर में उनके भाई मनीष कुमार को महिपाल सिंह नाम का आदमी सीकर में नवलगढ़ रोड पर बगिया होटल के पास से अपनी गाड़ी में बैठाकर रानोली लेकर गया। जहां पर 0056 और 5600 ग्रुप शराब पार्टी कर रहे थे।
पांच बीघा जमीन गिरवी रखी
भाई मनीष को इन गैंग के लोगों की भादवासी में श्रवण के साथ जमीन के लफड़े में श्रवण के भांजे के साथ हुई मारपीट के केस में राजीनामा करवाना था, जिसकी एवज में मनीष ने श्रवण के पास अपनी दुजोद गांव में स्थित 5 बीघा जमीन गिरवी रख दी थी।

कॉल कर मांगी थी गाड़ी
यही बात दोनों ग्रुप के लोगों को खटक रही थी कि मनीष बीच में कौन मालिक बन गया, रानोली में जो शराब पार्टी हुई वहां 0056 और 5600 ग्रुप दोनों के सदस्य मौजूद थे। वहां पार्टी करने के बाद इन दोनों ग्रुप के लोगों ने प्लान के तहत मनीष से चाचा के लड़के दिनेश कुमार को कॉल करवाया कि आपकी फॉरच्यूनर गाड़ी दो, हमें जयपुर कोई काम है।
रात को 10 बजे गए खिरोड़ गांव
तब दिनेश ने उन्हें कहा कि मेरी फॉरच्यूनर गाड़ी तो खिरोड़ गांव में भांजे संजू के पास है। तब मनीष,रविंद्र कटेवा,महिपाल सिंह,मनोज भींचर,मुकेश उर्फ प्रदीप दड़िया और रोहित भुलिया रात को 10 बजे खिरोड़ गांव गए। जहां पर सभी शराब के नशे में थे और अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी छोड़कर फॉरच्यूनर गाड़ी ली। इसके बाद यह सभी लोग शराब के नशे में थे। जयपुर के रास्ते में इन लोगों ने मनीष भामू को शराब पिलाई। देर रात यह सभी लोग जयपुर पहुंचे। जहां पर दोनों ग्रुपों के लोग शराब पार्टी कर रहे थे, यहां पर प्लानिंग के तहत ही मनीष का मर्डर कर दिया गया।

इसके बाद आज सुबह 6:30 बजे गुंगारा के सतपाल धींवा ने कॉल करके मनीष के चचेरे भाई दिनेश सहित अन्य लोगों को मनीष की मौत की सूचना दी और कहा कि उसके साथी शव को जयपुर से सीकर लेकर आ रहे हैं। बता दें कि परिवार द्वारा जो मुकदमा दर्ज करवाया गया है उसमें बताया गया कि मुकेश उर्फ प्रदीप भी रात को 5600 और 0056 ग्रुप के लोगों के साथ में था। प्रदीप वर्तमान में सीकर पुलिस लाइन में पुलिस कांस्टेबल के पद पर पोस्टेड है।

दोनों ग्रुप अवैध कब्जा करते हैं
बता दें कि 5600 ग्रुप और 0056 ग्रुप सीकर में जमीनों पर अवैध कब्जे,लोगों के साथ मारपीट जैसी वारदात करते हैं। इस गैंग के रविंद्र कटेवा ने 25 नवंबर को सुरेश नाम के युवक पर जानलेवा हमला कर दिया था। घटना के बाद सीकर पुलिस के द्वारा रविंद्र कटेवा पर 25 हजार और उसके सहयोगियों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। हालांकि मामले में सभी आरोपी गिरफ्तार हो गए। इसी मामले में राजीनामा करवाने को लेकर ही मनीष के परिजनों ने 5600 ग्रुप और 0056 ग्रुप के लोगों पर मर्डर का आरोप लगाया है।
मामले में पुलिस कॉन्स्टेबल के संलिप्त होने की बात पर सीकर एडिशनल एसपी गजेंद्र सिंह जोधा का कहना है कि फिलहाल जांच के आधार पर ही मामले में आगे एक्शन लिया जाएगा। मृतक के परिजनों की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।