चिड़ावा में 22 सितंबर से रामलीला का मंचन:बल्ली पूजन की निभाई परंपरा, 2 अक्टूबर को दशहरा पर निकलेगा जुलूस
चिड़ावा में 22 सितंबर से रामलीला का मंचन:बल्ली पूजन की निभाई परंपरा, 2 अक्टूबर को दशहरा पर निकलेगा जुलूस

चिड़ावा : झुंझुनूं के चिड़ावा शहर में रामलीला की तैयारी अंतिम चरण में है। शहर के विवेकानंद चौक के पास स्थित डालमियों के नोहरे में गुरुवार को रामलीला मंच निर्माण कार्य का शुभारंभ गणेश, बल्ली और मंच पूजन के साथ किया गया।पंडित मोतीलाल शर्मा के सानिध्य में पंडित लीलाधर शर्मा ने गणेश पूजन संपन्न करवाया।
इस दौरान श्रीरामलीला परिषद के अध्यक्ष प्रमोद अरड़ावतिया, सचिव सुशील पदमपुरिया, कोषाध्यक्ष सुरेश डालमिया, सांस्कृतिक निदेशक महेश शर्मा धन्ना, वरिष्ठ कलाकार मनोहरलाल जांगिड़, बैक स्टेज निदेशक किशोर कुमार नायक, मदन लाल मिस्त्री और महेंद्र भारतीय सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
मंच निर्माण से पहले बल्ली पूजन की परंपरा सालों से चली आ रही है। माना जाता है कि ये बल्लियां ही पूरे मंच का आधार होती हैं, इसलिए वास्तु देव के रूप में इनका पूजन महत्वपूर्ण माना जाता है। पूजन के दौरान बल्ली पर मौली बांधी जाती है और स्वास्तिक बनाने के बाद गड्ढे में तेल, मूंग, चावल और शगुन का सिक्का डालकर बल्ली रोपण की परंपरा निभाई जाती है।
इसके बाद इंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए खेजड़ी के पेड़ पर नारियल बांधा गया। विधिवत “जय श्री राम” के जयकारों के मध्य मंच के लिए पहली बल्ली रोपी गई, जिसके साथ ही मंच निर्माण का कार्य विधिवत रूप से शुरू हो गया।रामलीला का मंचन 22 सितंबर से शुरू होगा। महेश धन्ना ने बताया कि 22 सितंबर को गणेश पूजन, नारद मोह और रावण जन्म की लीलाओं का मंचन किया जाएगा। 2 अक्टूबर को दशहरे के दिन भव्य जुलूस निकाला जाएगा, जिसमें रावण का विशाल पुतला आकर्षण का केंद्र रहेगा। एकादशी को राम राज्याभिषेक के साथ रामलीला का विधिवत समापन होगा।