श्रीमाधोपुर में वकीलों ने मनाया काला दिवस:कोर्ट में बालाजी मूर्ति खंडित विवाद को लेकर 27 दिन से वकीलों की हड़ताल, लोक अदालत का बहिष्कार
श्रीमाधोपुर में वकीलों ने मनाया काला दिवस:कोर्ट में बालाजी मूर्ति खंडित विवाद को लेकर 27 दिन से वकीलों की हड़ताल, लोक अदालत का बहिष्कार

श्रीमाधोपुर : श्रीमाधोपुर न्यायालय परिसर में बालाजी मंदिर विवाद गहराता ही जा रहा है। न्यायालय प्रशासन ने 14 अगस्त को रात्रि 11 बजे मंदिर को हटा दिया था। इसके विरोध में अभिभाषक संघ ने 18 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। मामले में शनिवार को वकीलों ने काली पट्टी बांधकर काला दिवस मनाया। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। वकीलों ने राष्ट्रीय लोक अदालत का बहिष्कार किया। कोर्ट के मुख्य गेट पर पक्षकारों और बैंक अधिकारियों को भी प्रवेश नहीं दिया गया।

अभिभाषक संघ के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट दिनेश सिंह शेखावत ने कहा कि पीठासीन अधिकारियों द्वारा बालाजी की मूर्ति तोड़े जाने के विवाद के बाद से आंदोलन जारी है। उन्होंने कहा कि जब तक मंदिर का पुनर्निर्माण और मूर्ति की प्रतिष्ठा नहीं होगी, आंदोलन चलता रहेगा।
इस दौरान बावड़ी आश्रम के महंत महामंडलेश्वर औंकार दास महाराज ने चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि 15 दिन में मूर्ति प्रतिष्ठित नहीं की गई तो शहर बंद कराकर आंदोलन किया जाएगा। अभिभाषक संघ के अध्यक्ष रामजीलाल सैनी और महासचिव दीपेंद्र कुमार भारद्वाज ने कार्य बहिष्कार जारी रखने की बात कही। इस विरोध में हिंदू संगठनों और सर्व समाज के लोग भी शामिल हुए।