महाकवि कन्हैयालाल सेठिया की 106वीं जयंती पर हुआ कार्यक्रम:सेठिया के पुत्र का किया सम्मान “धरती धोरां री” को राजस्थान का राज्य गीत घोषित किए जाने की मांग
महाकवि कन्हैयालाल सेठिया की 106वीं जयंती पर हुआ कार्यक्रम:सेठिया के पुत्र का किया सम्मान "धरती धोरां री" को राजस्थान का राज्य गीत घोषित किए जाने की मांग

सुजानगढ़ : सुजानगढ़ में गुरुवार को स्थानीय मरूदेश संस्थान के तत्वावधान में महाकवि कन्हैयालाल सेठिया की 106वीं जयन्ती पर कन्हैयालाल सेठिया राजस्थानी भाषा उत्सव का आयोजन किया गया। संस्थान के अध्यक्ष डॉ. घनश्यामनाथ कच्छावा ने बताया कि कन्हैयालाल सेठिया की साधना स्थली उनकी प्राचीन हवेली में हुए आयोजन में सेठिया के कालजयी गीतों की प्रस्तुतियां दी गई। संगीतश्री के अशोक आर्य , छापर के दिनेश दर्जी और मनीष रक्षक ने कीनको, कालबेलियो, कठपुतलियां, बटाऊ, पाथल -पीथल और धरती धोरां री की प्रस्तुतियां दी।
छापर के कलानेट वादक मोहम्मद अख्तर ने गायकों का साथ दिया। इस दौरान सेठिया के पुत्र और महाकवि कन्हैयालाल सेठिया फाउंडेशन के मुख्य न्यासी जयप्रकाश सेठिया का मरूदेश संस्थान द्वारा अभिनंदन पत्र, साफा, शाॅल, साहित्य और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया।
इस अवसर पर जय प्रकाश सेठिया ने कहा कि मुझे कन्हैयालाल सेठिया का पुत्र होने पर गर्व है, लेकिन केवल मैं ही नहीं, राजस्थानी भाषा और राजस्थान प्रदेश की गरिमा के लिए कार्य करने वाला हर व्यक्ति उनका मानस पुत्र हैं। कार्यक्रम में कनक सेठिया का भी संस्था ने सम्मान किया।
समारोह के अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश अशोककुमार व्यास ने कहा कि धरती धोरा री गीत को राज्य गीत घोषित किया जाए। इस पर सभी लोगों ने एक स्वर से इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया। मुख्य अतिथि पर्यावरणविद् पद्मश्री हिम्मताराम भामू ने कहा कि सुजानगढ़ की पूरी दुनिया में पहचान महाकवि कन्हैयालाल सेठिया के कारण ही है। इस हवेली के संरक्षण की आवश्यकता हैं। सेठिया के पौत्र गौतम सेठिया ने स्वागत भाषण दिया और अपनी एक कविता भी अपने दादा को समर्पित की।
अतिथियों का स्वागत संस्थान के सचिव कमलनयन तोषनीवाल, किशोर सैन, पूनमचंद सारस्वत, पार्थ सोनी, राजेश बिहारी, जितेंद्र स्वामी, विमल सुराणा, रामाकिशन फुलवारिया, भंवरलाल गिलाण, महेश शर्मा, ब्रजदान सामौर, राजेन्द्र प्रजापत, भंवरलाल बिजारणियां, ओमप्रकाश तूनवाल, मंयक त्रिवेदी, अर्जुन सियोता ने किया। समारोह में डाॅ. कालू खां देशवाळी, छोटूसिंह प्रजापत, गिरधार शर्मा, मूलचंद तिवाड़ी, मुकेश रावतानी, इलियास खान, शीतल मिश्रा, प्सीताराम कुलदीप, पुष्पलता शर्मा, परमानंद मिश्रा, अरविंद सोनी, सुरेश अरोड़ा, डॉ. शर्मिला सोनी , ललिता व्यास, गोवर्धनलाल बिस्सू, हाजी मोहम्मद सहित कई स्कूलों के बच्चे भी शामिल हुए।