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झुंझुनूं में जर्जर हवेली तोड़ने की कार्रवाई रोकी, आमजन आक्रोशित:अधिकारी बोले- कलेक्टर करेंगे निरीक्षण, उसके बाद लेंगे निर्णय


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झुंझुनूं में जर्जर हवेली तोड़ने की कार्रवाई रोकी, आमजन आक्रोशित:अधिकारी बोले- कलेक्टर करेंगे निरीक्षण, उसके बाद लेंगे निर्णय

झुंझुनूं में जर्जर हवेली तोड़ने की कार्रवाई रोकी, आमजन आक्रोशित:अधिकारी बोले- कलेक्टर करेंगे निरीक्षण, उसके बाद लेंगे निर्णय

मंडावा : मंडावा कस्बे के वार्ड नंबर 4 में एक जर्जर हवेली को तोड़ने का काम सोमवार को अचानक रोकने से स्थानीय लोगों और नेताओं ने नाराजगी जताई। नगर पालिका ने हवेली मालिक को नोटिस जारी कर इसे गिराने का आदेश दिया था, जिसके बाद तोड़ने का काम शुरू हो गया था। हालांकि, कुछ ही घंटों बाद नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी (EO) जैकीराम गोयल ने जिला कलेक्टर के आदेशों का हवाला देते हुए काम रोकने के निर्देश दिए।

बाजार में स्थित है हवेली

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह हवेली कई सालों से जर्जर हालत में है और कभी भी गिर सकती है, जिससे बड़ा हादसा हो सकता है। यह हवेली एक व्यस्त बाजार क्षेत्र और एक स्कूल के पास स्थित है, जिससे राहगीरों और बच्चों को लगातार खतरा बना हुआ है। पूर्व पार्षद संजय और कैलाश शर्मा ने इसे मंडावा की जनता का दुर्भाग्य बताते हुए प्रशासन के रवैये पर सवाल उठाया है।

कलेक्टर के निरीक्षण का इंतजार

नगर पालिका अध्यक्ष नरेश सोनी ने बताया कि EO को जिला कलेक्टर का फोन आया था, जिसके बाद यह कार्रवाई रोकी गई। उन्होंने कहा कि शाम को जिला कलेक्टर मौके का निरीक्षण करेंगे, जिसके बाद ही तोड़ने का काम फिर से शुरू करने का फैसला लिया जाएगा। पालिका अध्यक्ष ने भी माना कि हवेली खतरनाक हो चुकी है और इसे गिराना बेहद जरूरी है।

लोगों में आक्रोश, जिला कलेक्टर करेंगे निरीक्षण, उसके बाद होगा फैसला
लोगों में आक्रोश, जिला कलेक्टर करेंगे निरीक्षण, उसके बाद होगा फैसला

स्थायी समाधान की मांग

स्थानीय लोगों ने मांग की है कि प्रशासन को सिर्फ इस हवेली पर ही नहीं, बल्कि कस्बे की सभी जर्जर हवेलियों की सूची बनाकर उन्हें प्राथमिकता के आधार पर गिराने की कार्रवाई करनी चाहिए। लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन ने इस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया तो भविष्य में किसी भी बड़े हादसे के लिए सीधे तौर पर प्रशासन जिम्मेदार होगा। नगर पालिका के अधिकारी फिलहाल उच्चाधिकारियों के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं।

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