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इस्लामपुर में एक रोजा इजलास संपन्न


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इस्लामपुर में एक रोजा इजलास संपन्न

अल्लाह की दी हुई नेमतों पर खुशी का इजहार करो : मौलाना अनीश रजा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद आरिफ चंदेल

इस्लामपुर : ईद मिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर मदरसा फैजाने रजा में गुरुवार रात ईशा की नमाज के बाद एक रोजा अजीमुश्शान इजलास मुनक्कीद किया गया। इजलास के मेहमाने खुसूसी चूरू से तशरीफ लाए मुफ्ती गुलशेर रजा थे। इजलास का आगाज कारी मुनीर आलम ने तिलावते कुरआन से किया। मदरसा के बच्चों की ओर से नबी की शान में एक से बढ़कर एक नात शरीफ और हमदो-सना पेश की गई। चूरू से तशरीफ़ लाए मौलाना अनीस रजा ने “दुनिया वाले तो दर्द देते हैं…दर्दे दिल की दवा मदीना है..” नात पेश कर खूब दाद बटोरी। मौलाना अनीस रजा ने अपनी तकरीर में बताया कि नबी की मिलाद मनाना जायज और मुस्तहब काम है। नबी ने भी अपनी विलादत की खुशी में रोजा रखकर खुशी का इजहार किया था। जिक्रे मुस्तफा का नाम ही मिलाद है। उन्होंने कहा कि अल्लाह की दी हुई नेमतों पर खुशी का इजहार करो। नबी अल्लाह की दी हुई सबसे बड़ी नेमत है जिसके लिए हम सब को रब का शुक्रिया अदा करना चाहिए। उन्होंने अपने बयान में कहा कि नबी से मोहब्बत करो, उनके किरदार को अपनी जिंदगी में अपनाओ, अपने अखलाक को उम्दा बनाओ और नबी की सुन्नतों पर अमल करते हुए अपनी जिंदगी बसर करो।

चूरू से तशरीफ लाए मेहमाने खुसूसी मुफ्ती गुलशेर रजा ने अपने बयान में कहा कि ईमान लेकर आओ तो ऐसे लेकर आओ जैसे साहब लेकर आए थे। नबी के कदमों में आने पर हमारे नबी ने गुलाम व हब्सी बिलाल को ऐसे मुकाम पर पहुंचा दिया जो हमारे लिए एक मिसाल है। आज के दौर में अच्छे उस्ताद के संपर्क में न होने पर हमारे बच्चे गुमराह हो रहे हैं उनकी सही तरबियत करना हमारा फर्ज है।उन्होंने अपने बच्चों को दुनियावी तालीम के साथ-साथ दीन की तालीम देने की बात कही। उन्होंने कहा कि तकब्बुर नबी की सुन्नतों में से नहीं। इंसान को चाहे कितनी बड़ी नेमत मिल जाए मगर उन्हें कभी तकब्बुर नहीं करना चाहिए।उन्होंने अपनी तकरीर में गरीबों, यतीमों ओर बेवा औरतों की ज्यादा से ज्यादा मदद करने की बात कही। उन्होंने कहा कि हजरत मोहम्मद की शिक्षाएं किसी एक जाति और धर्म के लिए नहीं बल्कि उनकी शिक्षाएं पूरी मानव जाति के लिए हैं। हमें उनके बताएं रास्ते पर चलकर जिंदगी बसर करनी चाहिए। अंत में सलातो-सलाम पढ़कर तबर्रुक तकसीम किया गया।

शुक्रवार को कस्बे में ईद मिलादुन्नबी पूरी अकीदत के साथ मनाया गया। लोगों ने अपने-अपने घरों में विभिन्न पकवान बनाकर नियाज लगाई और तबर्रुक तकसीम किया। घरों व मस्जिदों पर विशेष सजावट की गई। मोहल्ला सौदागरान में बच्चों ने ईद मिलादुन्नबी शानो शौकत से मनाया ओर जुलूसे मोहम्मदी निकाला। बच्चों ने मेरे नबी की है ये शान, बच्चा बच्चा है कुर्बान जैसे कलाम पेश किए। लोगों ने छोटे-छोटे बच्चों को तोहफे देकर उनका मनोबल बढ़ाया।

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