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जल झूलनी एकादशी विशेष: मंड्रेला में निकली भव्य शोभायात्रा


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जल झूलनी एकादशी विशेष: मंड्रेला में निकली भव्य शोभायात्रा

15 मंदिरों से निकले डोले, ठाकुरजी ने किया नगर भ्रमण

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : निरंजन सैन

मंड्रेला : जल झूलनी एकादशी के पावन अवसर पर कस्बे में बुधवार को भव्य धार्मिक शोभायात्रा का आयोजन किया गया। पूरे नगर में भक्तिमय माहौल रहा। इस अवसर पर कस्बे के 15 प्रमुख मंदिरों से भगवान श्रीकृष्ण, भगवान विष्णु और ठाकुरजी के डोले सजधज कर निकाले गए।ढोल-नगाड़ों की गूंज, भजन-कीर्तन की मधुर धुनों और “हरि बोल” के जयकारों से पूरा नगर भक्तिरस में डूबा नजर आया। सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।

शोभायात्रा का शाम को हवन-पूजन के बाद हुआ, जिसके बाद ठाकुरजी के डोले विभिन्न मंदिरों से नगर भ्रमण के लिए रवाना हुए। शोभायात्रा में सजे-धजे बैंड, ढोल-नगाड़े, सजावटी झांकियां और रंग-बिरंगे फूलों से सजे रथों ने सभी का मन मोह लिया। शोभायात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने जगह-जगह ठाकुरजी का पुष्प वर्षा से स्वागत किया ।पूरे कस्बे के प्रमुख मार्गों पर शोभायात्रा का भव्य आयोजन हुआ, जहां श्रद्धालुओं ने बड़ी आस्था और उत्साह के साथ ठाकुरजी के दर्शन किए। मंदिरों में विशेष सजावट की गई थी।शोभायात्रा के समापन पर सभी डोले वार्ड एक स्थित तारादास जी मंदिर प्रांगण में पहुंचे, जहां महाआरती का आयोजन हुआ।

श्रद्धालुओं ने मिलकर भजन-कीर्तन गाए और ठाकुरजी के दर्शन कर पुण्य लाभ लिया। इस अवसर पर श्री बाल राम श्रेणी रामलीला संस्थापक शंकर शरण पोलीवाल ने कहा, जल झूलनी एकादशी का पर्व भक्ति, आस्था और सामूहिकता का प्रतीक है। मंड्रेला की परंपरा है कि इस दिन सभी मंदिरों से ठाकुरजी के डोले नगर भ्रमण पर निकलते हैं, जो नगरवासियों को धार्मिक एकता और भाईचारे का संदेश देते हैं। इस बार की शोभायात्रा ऐतिहासिक रही, क्योंकि श्रद्धालुओं की अभूतपूर्व भीड़ ने इसे और भी खास बना दिया।

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