हर्ष पहाड़ी से दस फीट गहरी खाई में गिरी कार:पोलकाजी मंदिर के पास हुआ हादसा, लोगों ने की रेलिंग लगाने की मांग
हर्ष पहाड़ी से दस फीट गहरी खाई में गिरी कार:पोलकाजी मंदिर के पास हुआ हादसा, लोगों ने की रेलिंग लगाने की मांग

सीकर : सीकर में हर्ष पहाड़ी पर एक बार फिर हादसा सामने आया है। बुधवार देर रात एक कार अनियंत्रित होकर पहाड़ी से करीब 10 फीट गहरी खाई में जा गिरी। गुरुवार सुबह हर्ष पहाड़ी पर घूमने आए लोगों ने खाई में गाड़ी को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार- हादसा हर्ष पहाड़ी पर पोलकाजी मंदिर के पास हुआ है। कार में सवार लोगों को गंभीर चोटें नहीं आई हैं, लेकिन गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। जीणमाता पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और गाड़ी को क्रेन की मदद से खाई से निकालने की कोशिश की जा रही है।

शिकायत के बाद भी सुधार नहीं
हर्ष पहाड़ी, सीकर का प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थल है, जो आए दिन हादसों की वजह से चर्चा में रहता है। इस पहाड़ी की ऊबड़-खाबड़ सड़कें और तीखे मोड़ वाहनों के लिए जोखिम भरे साबित हो रहे हैं। स्थानीय लोगों और प्रशासन ने कई बार सड़क सुधार और सुरक्षा इंतजामों की मांग की है, लेकिन स्थिति में खास सुधार नहीं हुआ है।
कब-कब हुए हादसे
- 8 सितंबर 2024 को हर्ष भैरव मंदिर से सवामणी कर लौट रहे श्रद्धालुओं की ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 15 लोग घायल हुए। घायलों को एसके हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
- 18 अगस्त 2025 हर्ष पर्वत पर वॉच टावर के पास आंतरी नाला के नजदीक एक स्कोडा कार 250 फीट गहरी खाई में गिर गई। इस दर्दनाक हादसे में जयपुर के सोडाला निवासी सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर हर्षित शर्मा (22) और एक युवती की मौत हो गई। जबकि एक अन्य युवती गंभीर रूप से घायल हुई।
- 2019 में बरसात के मौसम टूटी सड़कों और गड्ढों की वजह से हर्ष पहाड़ी पर चार लोगों की मौत हो गई थी।

हजारों श्रद्धालु आते हैं
हर्ष पर्वत, 3100 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और राजस्थान में माउंट आबू के बाद दूसरी सबसे ऊंची चोटी है। यहां हर्षनाथ मंदिर और भैरव मंदिर के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। लेकिन, टूटी सड़कें, गड्ढे, और सुरक्षा उपायों की कमी हादसों का बड़ा कारण बनी हुई है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सड़क सुधार और रेलिंग लगाने की मांग की है, जिससे भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।