बिसाऊ में सफाई और स्ट्रीट लाइट व्यवस्था बिगड़ी:लोगों ने दी भूख हड़ताल की चेतावनी, नगर पालिका के खिलाफ किया प्रदर्शन
बिसाऊ में सफाई और स्ट्रीट लाइट व्यवस्था बिगड़ी:लोगों ने दी भूख हड़ताल की चेतावनी, नगर पालिका के खिलाफ किया प्रदर्शन

बिसाऊ : झुंझुनूं जिले के बिसाऊ कस्बे में नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही के कारण सफाई और स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। इससे परेशान होकर सोमवार को स्थानीय लोगों ने पालिका के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर 31 अगस्त तक इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वे 1 सितंबर से सामूहिक भूख हड़ताल पर बैठेंगे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बार-बार शिकायत और ज्ञापन देने के बावजूद भी नगरपालिका प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया है। इसके चलते पूरे कस्बे में गंदगी, जलभराव और अंधेरे का माहौल बना हुआ है।

लोगों ने गिनाई समस्याएं
प्रदर्शन के दौरान स्थानीय लोगों और प्रतिनिधियों ने अपनी समस्याओं को विस्तार से सामने रखा।वार्ड पार्षद जयप्रकाश ने बताया कि कस्बे की नालियां पूरी तरह से जाम हो चुकी हैं और कचरे के ढेर हर जगह लगे हुए हैं। सफाईकर्मी नियमित रूप से नहीं आते हैं, जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। दीनदयाल ने बताया कि बरसात के दिनों में हालात और भी खराब हो जाते हैं। मुख्य बाजारों और गलियों में जलभराव की स्थिति हो जाती है, और सीवर तथा नालियों की सफाई न होने से असहनीय बदबू फैलती है। इससे स्थानीय लोगों को बहुत परेशानी हो रही है।

स्ट्रीट लाइट की कमी और सुरक्षा का मुद्दा
शिव कुमार ने बताया कि सफाई के साथ-साथ रात में अंधेरे के कारण राह चलना भी मुश्किल हो गया है। कई जगहों पर महीनों से स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं, जिसकी शिकायत करने पर भी अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। अंधेरे का फायदा उठाकर आए दिन छेड़छाड़ और चोरी जैसी घटनाएं हो रही हैं। इससे महिलाओं और बच्चों का अकेले घर से निकलना असुरक्षित हो गया है, खासकर देर शाम के बाद।

नगरपालिका पर गंभीर आरोप
प्रदर्शनकारियों ने नगरपालिका प्रशासन पर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि नगरपालिका केवल टैक्स वसूलने में आगे रहती है, लेकिन लोगों को बुनियादी सुविधाएं देने में पूरी तरह से विफल रही है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि तुरंत कार्रवाई कर कस्बे की व्यवस्था को सुधारा जाए, वरना उनका आंदोलन और भी उग्र हो जाएगा।
भूख हड़ताल की चेतावनी
लोगों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उनका सब्र का बांध अब टूट चुका है। वे कई बार लिखित रूप में ज्ञापन देकर अपनी समस्याओं का समाधान करने की मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी कारण उन्होंने यह फैसला लिया है कि अगर 31 अगस्त तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो 1 सितंबर से कस्बे में सामूहिक भूख हड़ताल शुरू कर दी जाएगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी नगरपालिका प्रशासन की होगी।