[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

योग गुरु रामदेव बोले-मुसलमान मजदूरी का 6% हिस्सा दान करता:भारतीय हिंदू से 1% भी काट लो, तो कहता कि वह गरीब है ; 60 के बाद ठाठ से जीने का आनंद आता


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
टॉप न्यूज़राजस्थानराज्यसीकर

योग गुरु रामदेव बोले-मुसलमान मजदूरी का 6% हिस्सा दान करता:भारतीय हिंदू से 1% भी काट लो, तो कहता कि वह गरीब है ; 60 के बाद ठाठ से जीने का आनंद आता

योग गुरु रामदेव बोले-मुसलमान मजदूरी का 6% हिस्सा दान करता:भारतीय हिंदू से 1% भी काट लो, तो कहता कि वह गरीब है ; 60 के बाद ठाठ से जीने का आनंद आता

सीकर : योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा- मुसलमान अब टेक्निकल काम करने लग गए हैं। मुसलमान की मजदूरी अब 500 से 1 हजार रुपए हो गई है। एक सौ और एक हजार रुपए कमाने वाला हर मुसलमान उस मजदूरी से 6% हिस्सा पहले ही निकाल लेता है। वह कहता है कि इस पर मेरा अधिकार नहीं है। वह मदरसे-मस्जिद में जकात देता है।

वहीं भारतीय हिंदू से अगर 1% भी काट लो, तो वह कह देता है कि वह गरीब है। उन्होंने कहा- सारे अमीर हिंदू गरीब होने वाले हैं। जो गरीब दान देते हैं वही अमीर होने वाले हैं। बाबा रामदेव ने ये बात सीकर के रैवासा धाम में चल रहे 9 दिवसीय ‘सियपिय मिलन महोत्सव’ में कहीं।

मां एक-दो रुपए मंदिर में दान देने के लिए देती थी

रामदेव ने कहा- मैंने बचपन में 500 रुपए के कभी दर्शन नहीं किए। हमें टॉफी खाने के लिए 10 पैसे मिला करते थे। दीवाली त्यौहार पर मां 2 रुपए दिया करती थी, जिससे मुर्गा छाप पटाखे लाकर फोड़ते थे। हम 2 रुपए में ही दीवाली मना लेते थे लेकिन मेरी मां मुझे एक-दो रुपए मंदिर में दान देने के लिए पैसे देकर भेजती थी। हमारे घर में खाने से पहले पहले, पहली रोटी गाय की बनती थी। हमें भले ही पैसे न मिले हो लेकिन अच्छे संस्कार जरुर मिले हैं।

ब्राह्मण के शराब-सिगरेट पीने की बात कहते तो पुतले जल जाते

रामदेव ने रैवासा धाम के पीठाधीश्वर राजेंद्र दास देवाचार्य का हवाला देते हुए कहा- जो कोई ब्राह्मण शराब सिगरेट पीता है, वह सूअर बनकर पैदा होता है। यह बात महाराज जी ने कह दी तो बखेड़ा नहीं हुआ। अगर हमारे जैसे कोई कह देते तो हमारे पुतले जल जाते। मंच पर पूर्व सांसद सुमेधानंद सरस्वती और अन्य साधु-संत मौजूद थे।

60 के बाद ठाठ से जीने का आनंद आता

बाबा रामदेव ने कहा- मेरी दिनचर्या सुबह 3 बजे शुरू होती है। फिर हम अपना व्यक्तिगत ध्यान शुरू करते हैं। हम सुबह खुद रनिंग करते हैं। साधु-संत, महात्मा को कम से कम 80 साल तक दौड़ते रहना चाहिए। रामदेव ने कहा- जब मैं 100 साल का हो जाऊंगा तो समय आगे बढ़ाऊंगा।

हम 60 के बाद अपने आप को बुजुर्ग मानने लग जाते हैं लेकिन 60 के बाद तो ठाठ से जीने का आनंद आता है। बाबा रामदेव ने मंच पर मारवाड़ी में बातचीत की और श्रद्धालुओं को मारवाड़ी भजन सुनाए जिन पर श्रद्धालु झूम उठे।

Related Articles