नानी बीहड़ के गंदे पानी की निकासी की मांग:नानी चौराहे पर आमसभा शुरू,हाईवे को जाम करने की चेतावनी
नानी बीहड़ के गंदे पानी की निकासी की मांग:नानी चौराहे पर आमसभा शुरू,हाईवे को जाम करने की चेतावनी

जनमानस शेखावाटी सवंददाता : नैना शेखावत
सीकर : सीकर में नानी बीहड़ के गंदे पानी की समस्या बनी हुई है। ग्रामीणों को यहां से निकलना भी मुश्किल हो जाता है। इस समस्या को लेकर आज नानी चौराहे पर आमसभा हुई। करीब 5 घंटे तक चली आमसभा के बाद ग्रामीणों और कई जनप्रतिनिधियों ने पानी निकासी की मांग को लेकर सीकर-सालासर रोड जाम कर दिया। ADM रतन कुमार, नगर परिषद आयुक्त शशिकांत शर्मा, सीकर एसडीएम निखिल कुमार सभा स्थल पहुंचे और समझाइश की। इसके बाद रास्ता खोला गया।
बता दें कि सीकर में नानी बीहड़ के गंदे पानी की समस्या पिछले करीब 3 दशक से चली आ रही थी। पहले तो पानी गांव के आम रास्तों और खेतों में जाता था लेकिन पिछले करीब 7 साल से यह पानी पास से गुजरने वाले नेशनल हाईवे संख्या 52 पर भी आने लगा था। लोगों ने पहले तो कई बार विरोध जताया। इसके बाद भी समाधान नहीं होने पर आज आमसभा की और हाईवे जाम करने की चेतावनी दी थी।

उप जिला प्रमुख ताराचंद धायल ने कहा- पहले यह गंदा पानी केवल नानी गांव के लिए ही समस्या थी,लेकिन अब यह पानी बारिश के सीजन में भढाढर गांव तक पहुंच जाता है। RLP जिलाध्यक्ष महेंद्र डोरवाल ने कहा- कई दशक से नानी गांव के लोग गंदे पानी की समस्या झेल रहे हैं। यहां लोगों का घरों से बाहर निकलना तक मुश्किल हो चुका है। हजारों बार वह ज्ञापन दे चुके हैं। इसके बावजूद उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं है। NSUI जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश नागा ने कहा- यहां का प्रशासन कुंभकर्ण की नींद सोया हुआ है। जब कोई अपनी आवाज उठाता है तो उनपर मुकदमे लगा दिए जाते हैं। समस्या का समाधान करने के लिए कोई भी नहीं सोचता है।

ADM ने समझाइश कर रास्ता खुलवाया
सीकर ADM रतन कुमार ने सभा में कहा- इस समस्या को दूर करने के लिए अतिरिक्त संसाधन और मैन पावर लगाई जाएगी। 3 महीने तक शहर का गंदा पानी बीहड़ में दूसरी जगह छोड़ा जाएगा। नवंबर में शहर में 2 नए STP प्लांट शुरू हो जाएंगे। ऐसे में शहर का गंदा पानी वहां ले जाया जाएगा, जिससे बीहड़ में पानी का फ्लो भी कम होगा। इसके साथ ही लोगों की मांग थी कि शहर से सालासर की तरफ आने वाले रास्ते पर लाइट्स लगाई जाए। इस संबंध में नगर परिषद को निर्देशित किया गया है।