झुंझुनूं में 71 दिव्यांग बच्चों को मिली मदद:ट्राइसाइकिल, व्हीलचेयर, बैसाखी और सुनने के उपकरण मिले, विधायक बोले- यह उत्साह बढ़ाने का प्रयास
झुंझुनूं में 71 दिव्यांग बच्चों को मिली मदद:ट्राइसाइकिल, व्हीलचेयर, बैसाखी और सुनने के उपकरण मिले, विधायक बोले- यह उत्साह बढ़ाने का प्रयास

झुंझुनूं : झुंझुनूं में समावेशी शिक्षा को प्रोत्साहित करने और दिव्यांग बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से बुधवार को जिला स्तरीय अंग उपकरण वितरण शिविर आयोजित किया गया। यह शिविर झुंझुनूं डाइट परिसर में हुआ, जिसका आयोजन अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा कार्यालय और एडीपीसी कार्यालय झुंझुनूं के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
बच्चों को ट्राई साइकिल-व्हीलचेयर बांटी
कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक राजेंद्र भांबू और जिला कलेक्टर अरुण गर्ग ने किया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि, शिक्षाविद और अभिभावक मौजूद रहे।
शिविर में सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विशेष आवश्यकता वाले 71 बालक-बालिकाओं का चयन पहले से किया गया था। इन बच्चों को उनकी जरूरत के अनुसार सहायक उपकरण उपलब्ध कराए गए, जिनमें ट्राइसाइकिल, व्हीलचेयर, बैसाखी, सुनने के उपकरण और अन्य सहायक सामग्री शामिल थी। उपकरण वितरण का मुख्य उद्देश्य इन बच्चों को शिक्षा, खेल और दैनिक जीवन में आने वाली चुनौतियों से उबरने में मदद करना था।
विधायक बोले- बच्चों का उत्साह बढ़ाने का प्रयास
विधायक राजेंद्र भांबू ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन मिलकर दिव्यांगजनों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे शिविर न केवल बच्चों को सहारा देते हैं, बल्कि उनके आत्मविश्वास और सामाजिक भागीदारी को भी बढ़ाते हैं।
जिला कलेक्टर अरुण गर्ग ने कहा कि समावेशी शिक्षा की अवधारणा तभी सफल होगी, जब प्रत्येक बच्चे को उसकी विशेष आवश्यकताओं के अनुरूप अवसर और सुविधाएं प्रदान की जाएं। उन्होंने शिक्षकों और अभिभावकों से आह्वान किया कि वे इन बच्चों को मुख्यधारा में लाने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
बच्चों से किया संवाद
शिविर में मौजूद अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने बच्चों से व्यक्तिगत रूप से संवाद किया, उनकी पढ़ाई, रुचियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी ली। बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक अपनी बात साझा की। कई अभिभावकों ने इस पहल के लिए प्रशासन का आभार जताया और कहा कि इन उपकरणों से उनके बच्चों को स्कूल आने-जाने, कक्षा में भागीदारी और दैनिक जीवन के कामकाज में काफी आसानी होगी।
कार्यक्रम के अंत में सभी लाभार्थियों को उपकरण सौंपे गए और भविष्य में भी ऐसे शिविर आयोजित करने का आश्वासन दिया गया, ताकि और अधिक जरूरतमंद बच्चों तक यह सुविधा पहुंच सके। जिला प्रशासन ने यह भी बताया कि आने वाले महीनों में ब्लॉक स्तर पर भी ऐसे शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिससे दूर-दराज के गांवों के बच्चे भी लाभान्वित हो सकें।