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पालना गृह में छोड़े बच्चे को वापस लेने लौटा पिता:पत्नी की मौत, अकेले बच्चे को पालने की थी चिंता; बहन के समझाने पर वापस आया


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पालना गृह में छोड़े बच्चे को वापस लेने लौटा पिता:पत्नी की मौत, अकेले बच्चे को पालने की थी चिंता; बहन के समझाने पर वापस आया

पालना गृह में छोड़े बच्चे को वापस लेने लौटा पिता:पत्नी की मौत, अकेले बच्चे को पालने की थी चिंता; बहन के समझाने पर वापस आया

चूरू : परवरिश की चिंता के चलते एक पिता अपने डेढ़ माह के बेटे को चूरू अस्पताल के पालना गृह में छोड़ गया। मन नहीं माना तो 17 घंटे बाद पिता बच्चे को वापस लेने अस्पताल पहुंचा। वह पीकू वार्ड में भर्ती बच्चे को लेने की जिद करने लगा, लेकिन वार्ड में तैनात पुलिस और स्टाफ ने उसे रोक लिया। पूछताछ में सामने आया कि बच्चे की मां की मौत हो चुकी है। पिता उसकी सही परवरिश न होने का डर सता रहा था, जिसके कारण वह बच्चे को अस्पताल के पालना घर में छोड़ गया।

मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. एमएम पुकार ने बताया- शनिवार रात करीब साढ़े 11 बजे अस्पताल के पालना गृह में एक बच्चा मिला। आज रविवार को करीब शाम साढ़े 4 बजे एक व्यक्ति अस्पताल पहुंचा। जिसने बच्चे का पिता होने का दावा करते हुए, बच्चे को वापस लेने की मांग की। उसने मोबाइल पर फोटो दिखाकर अपनी, अपने बच्चे और अपनी पत्नी की पहचान बताई। बच्चा फिलहाल अस्पताल में भर्ती है और उसकी सुरक्षा के लिए महिला पुलिस कॉन्स्टेबल तैनात है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बच्चे को वापस सौंपने का निर्णय अस्पताल प्रशासन नहीं लेगा।

9 जून को हुआ नवजात का जन्म, 17 दिन बाद मां की मौत

डॉ. पुकार ने बताया कि बच्चे के पिता ने बताया- करीब डेढ़ साल पहले उसकी शादी हुई थी। बच्चे का जन्म 9 जून 2025 को घर में ही हुआ था। बच्चे के जन्म के 17 दिन बाद मां की नहाते समय मौत हो गई। बच्चे के दादा-दादी का भी देहांत हो चुका है। परिवार में और कोई परिजन नहीं है।

सता रही थी परवरिश की चिंता

पत्नी की मौत के बाद बच्चे के पिता को हर समय उसकी परवरिश की चिंता सता रही थी। उसका कहना है कि वह अकेला इस बच्चे कैसे पालेगा और कमाने के लिए बाहर जाते समय बच्चे को घर पर अकेला कैसे छोड़ेगा। इस दौरान किसी व्यक्ति से उसे अस्पताल में पालना गृह होने की जानकारी मिली। वह शनिवार शाम छह बजे दो अन्य लोगों के साथ अस्पताल आया था। रात करीब 11 बजे उसने अपने मन को मसोसकर बच्चे को पालना गृह में छोड़ दिया और घर चला गया, लेकिन रातभर उसे नींद नहीं आई।

बड़ी बहन ने किया फोन

रविवार दोपहर उसकी बड़ी बहन ने डीबी डिजिटल पर इस खबर को देखकर उसे फोन किया। बहन ने पूरी बात जानने के बाद उसे डांटा और कहा कि वह बच्चे को वापस ले आए, वह उसका पालन-पोषण करेगी। बहन के समझाने पर पिता हिम्मत करके अपने बेटे को वापस लेने अस्पताल पहुंचा। वहां पीकू वार्ड में भर्ती बच्चे को लेने की जिद करने लगा, लेकिन वार्ड में तैनात पुलिस और स्टाफ ने उसे रोक लिया।

मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. एमएम पुकार ने पिता के आने की सूचना कोतवाली थानाधिकारी और चाइल्ड हेल्प लाइन को दी। चाइल्ड हैल्प लाइन के जिला समन्वयक पन्ने सिंह ने बताया कि बच्चा स्वस्थ हैं। जो अस्पताल के पीकू वार्ड में भर्ती हैं। बच्चे के पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद कानूनी कार्रवाई के साथ बाल कल्याण समिति में पेश किया जायेगा। बच्चे के पिता होने की बात अभी पूरी तरह से जांच का विषय हैं।

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