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फतेहपुर के कृषि कॉलेज में छात्रों ने लगाए 1200 पौधे:नीम, करंज, शीशम, ईमली और खेजड़ी जैसी देसी और औषधीय प्रजातियों के पौध लगाए


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फतेहपुर के कृषि कॉलेज में छात्रों ने लगाए 1200 पौधे:नीम, करंज, शीशम, ईमली और खेजड़ी जैसी देसी और औषधीय प्रजातियों के पौध लगाए

फतेहपुर के कृषि कॉलेज में छात्रों ने लगाए 1200 पौधे:नीम, करंज, शीशम, ईमली और खेजड़ी जैसी देसी और औषधीय प्रजातियों के पौध लगाए

फतेहपुर : फतेहपुर के कृषि कॉलेज में सोमवार को राजस्थान सरकार की हरित पहल ‘हरियालो राजस्थान’ के तहत वृक्षारोपण महा-अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान में स्कूली छात्रों ने 1200 से अधिक पौधे लगाए। कॉलेज के अधिष्ठाता प्रो. संजय कुमार अत्तर ने कार्यक्रम का शुभारंभ प्रथम पौधा लगाकर किया। उन्होंने बताया कि श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर के कुलपति प्रो. बलराज सिंह के निर्देशन में पिछले दो सप्ताह से वृद्ध पौध संरक्षण एवं पौधारोपण कार्यक्रम चल रहा है।

प्रो. अत्तर ने उपस्थित सभी को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए कहा कि वृक्षारोपण भावी पीढ़ियों के लिए हरित धरोहर है। उन्होंने यह भी कहा कि हरियालो राजस्थान अभियान सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी विभागों के प्रमुख, शिक्षक, वैज्ञानिक, गैर-शिक्षक स्टाफ, छात्र-छात्राएं तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

लगाए गए पौधों में नीम, करंज, शीशम, ईमली और खेजड़ी जैसी देसी और औषधीय प्रजातियां शामिल थीं। इन पौधों का चयन स्थानीय जलवायु के अनुकूल होने के साथ-साथ ऑक्सीजन प्रदान करने और मृदा व जैव विविधता संरक्षण में सहायक होने के कारण किया गया।

कार्यक्रम के अंतर्गत एक ‘ग्रीन गार्डियंस टीम’ का गठन भी किया गया। ये टीम पौधों की नियमित देखभाल, सिंचाई, पोषण और संरक्षण की जिम्मेदारी निभाएगी। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने गड्ढे खोदने, पौधों की रोपाई एवं ट्री-गार्ड लगाने जैसे कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रतिभागियों ने “वृक्ष लगाओ, जीवन बचाओ, हरियालो राजस्थान बनाओ” के नारे के साथ पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली।

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