बीएसएफ हेड कांस्टेबल देवानंद सैनी का निधन, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
बीएसएफ हेड कांस्टेबल देवानंद सैनी का निधन, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
मुकुंदगढ़ : कस्बे के वार्ड नंबर 17 निवासी बीएसएफ हेड कांस्टेबल देवानंद सैनी का शुक्रवार तड़के जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। वे पिछले कई दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। प्रारंभिक इलाज आर्मी हॉस्पिटल में करवाया गया, परन्तु तबीयत में सुधार नहीं होने पर उन्हें जयपुर रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
निधन की सूचना मिलते ही परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। जयपुर से पार्थिव देह मुकुंदगढ़ पहुंचते ही अंतिम यात्रा उनके पैतृक घर से शुरू होकर नगर पालिका, गोपीनाथ जी मंदिर होते हुए श्मशान घाट पहुंची। अंतिम यात्रा में बीएसएफ व पुलिस के जवानों सहित बड़ी संख्या में कस्बेवासी शामिल हुए।
जयपुर बीएसएफ टुकड़ी ने सीआई रामस्वरूप विश्नोई के नेतृत्व में गार्ड ऑफ ऑनर देकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर राज्य के पूर्व चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार शर्मा, सरपंच विजेंद्र सिंह डोटासरा, चेयरमैन मनीष चौधरी, नायब तहसीलदार रामस्वरूप बाकोलिया, धर्मेन्द्र सिंह जाखल, थानाधिकारी सरदार मल यादव और भाजपा मंडल अध्यक्ष कपिल शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
देवानंद सैनी की अंतिम क्रिया उनके छोटे भाई परमानंद सैनी ने मुखाग्नि देकर पूरी की। बीएसएफ की ओर से तिरंगा उनकी पुत्री नंदिनी व छोटे भाई को सौंपा गया।
देवानंद का परिचय:
देवानंद सैनी का जन्म 28 मार्च 1991 को हुआ था। वे दो भाइयों में बड़े थे। उनके पिता ताराचंद सैनी एक पैर से विकलांग हैं, जबकि छोटा भाई परमानंद एक हाथ से विकलांग होकर नगर पालिका के सामने पेड़े की दुकान चलाते हैं। वर्ष 2012 में देवानंद बीएसएफ में व्हीकल मैकेनिक के पद पर भर्ती हुए थे और वर्तमान में त्रिपुरा के अगरतला स्थित गोकुल नगर में हेड कांस्टेबल पद पर कार्यरत थे। वर्ष 2015 में उनका विवाह चिड़ावा की शशि से हुआ था। उनकी आठ वर्षीय पुत्री नंदिनी है।
अंतिम संस्कार में पूर्व चेयरमैन सत्यनारायण सैनी, पार्षद प्रमोद पचलंगिया सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।