आंगनबाड़ी केन्द्रों की टपकती छत्तों के नीचे “क से कबूतर” सीखने को मजबूर मासूम बच्चे
ऐसे हालात में परिजन कैसे भेजेंगे अपने कलेजे के टुकड़े को

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद आरिफ चंदेल
इस्लामपुर : कस्बे में वर्तमान में सात आंगनवाड़ी केंद्र संचालित है जिनमें से किसी आंगनवाड़ी केंद्र की छत्त टपकती है तो कोई जर्जर होने से किराए के भवन में चल रहा है ओर तीन आंगनबाड़ी केंद्र ऐसे हैं जिनमें चार दिवारी नहीं है। दो आंगनवाड़ी भवन ऐसे हैं जिनमें बारिश के मौसम में पानी टपकता है। मेघवाल बस्ती में संचालित आंगनबाड़ी नंबर 1 ओर गोयन बस्ती में स्थित आंगनबाड़ी नंबर 2 जर्जर होने के चलते किराए के भवन में चल रहे हैं। वही आंगनबाड़ी नंबर 4, 5 ओर 6 के चार दिवारी नहीं है। कुम्हारों के मोहल्ले में संचालित आंगनबाड़ी नंबर 4 में बारिश के मौसम में छत्त से पानी टपकता है साथ ही रास्ते का गंदा पानी भी आंगनवाड़ी भवन में घुस जाता है जिसके चलते आंगनबाड़ी स्टाफ सहित बच्चों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सीता सैनी ने बताया कि बारिश के मौसम में छत्त से पानी गिरता रहता है और साथ ही मुख्य रास्ते का गंदा पानी भी आंगनवाड़ी भवन में भर जाता है जिसके चलते बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सैनी ने बताया कि हमारे केंद्र पर 10 बच्चे नामांकित हैं और छत्त से पानी टपकने और भवन में गंदा पानी भर जाने के बारे में सीडीपीओ सहित ग्राम पंचायत को भी अवगत करवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि लगभग 5 वर्षों से ये समस्या बनी हुई है। भवन में गांव का गंदा पानी भरने पर स्टाफ सदस्य दिनभर पानी निकालने में लगे रहते हैं और बच्चों की छुट्टी करनी पड़ती है। छुट्टी के पश्चात घर जाते समय भवन के मुख्य दरवाजे पर जूट की बोरी लगाकर जाते है ताकि कुछ हद तक बचाव हो सके।
इसी तरह सांखला मोहल्ले में संचालित आंगनबाड़ी नंबर 7 में भी छत्त से पानी टपकने की समस्या नासूर बनी हुई है। कार्यकर्ता विमला देवी ने बताया कि बारिश के मौसम में छत्त से पानी बहुत ज्यादा टपकता है जिसके चलते भवन पानी से भर जाता है और बच्चों को बरामदे में बैठाना पड़ता है। भवन में पानी टपकने की समस्या लगभग 2 साल से बनी हुई है। रात के समय बारिश होने पर भवन से पानी टपकने पर कमरे में घुसना मुश्किल हो जाता है जिससे आंगनबाड़ी स्टाफ मिलकर कमरे से पानी निकालते हैं और उसके बाद इसकी साफ-सफाई करने में ही काफी समय बीत जाता है। ऐसे में मासूम बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से बाधित हो जाती है। उन्होंने बताया कि पानी टपकने की समस्या के बारे में संबंधित विभाग को कई बार अवगत करवाया जा चुका है मगर फिर भी अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर समय रहते आंगनबाड़ी केन्द्रों की मरम्मत नहीं करवाई गई तो ऐसे में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। कार्यकर्ताओं ने जल्द से जल्द आंगनबाड़ी भवनों की मरम्मत करवाने की मांग की है।