अंगदान से रोशन होंगी अनगिनत जिंदगियां:झुंझुनूं में जीवन संजीवनी अभियान को लेकर कलेक्टर डॉ. गर्ग की अपील
अंगदान से रोशन होंगी अनगिनत जिंदगियां:झुंझुनूं में जीवन संजीवनी अभियान को लेकर कलेक्टर डॉ. गर्ग की अपील

झुंझुनूं : अंगदान को बढ़ावा देने के लिए झुंझुनूं जिले में एक बड़ा अभियान जीवन संजीवनी शुरू किया गया है। भारत सरकार के इस महत्वपूर्ण अभियान को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। आगामी 3 अगस्त को मनाए जाने वाले 15वें अंगदान दिवस के अवसर पर, जिला कलक्टर डॉ. अरुण गर्ग ने जिलेवासियों से अंगदान के लिए आगे आने और ऑनलाइन संकल्प पत्र भरने की मार्मिक अपील की है। उन्होंने इसे मानवता की सबसे बड़ी सेवा बताते हुए कहा कि लोग अपने जीवन के बाद किसी दूसरे के जीवन को नया उजाला दे सकते हैं।
अधिकारियों की बैठक और जनता से अपील
कलेक्टर डॉ. गर्ग ने सभी विभागों के अधिकारियों की बैठक ली और इस अभियान को गंभीरता से लेने तथा प्रत्येक विभाग स्तर पर संकल्प पत्र भरवाने के निर्देश दिए। उन्होंने जोर देकर कहा, “जैसे आज रक्तदान समाज में सामान्य हो चुका है, वैसे ही थोड़ी सी जागरूकता से अंगदान को भी समाज में अपनाया जा सकता है।
पहले लोग रक्तदान से डरते थे, लेकिन आज धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक आयोजनों में रक्तदान शिविर आम बात हो गई है। अंगदान भी वैसा ही पुण्य कार्य है, जिससे अनगिनत जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।”
अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने का लक्ष्य
कलक्टर ने अधिकारियों से अपने-अपने विभागों में कर्मचारियों को प्रेरित करने और स्वयं भी ऑनलाइन पंजीकरण कर उदाहरण पेश करने का आह्वान किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह महज एक अभियान नहीं, बल्कि हजारों जिंदगियों को नया जीवन देने का जरिया है। उन्होंने बताया कि अंगदान के लिए किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद ही अंग निकाले जाते हैं, जिससे गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों की जान बचाई जा सकती है।
डॉ. गर्ग ने जानकारी दी कि भारत सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) की वेबसाइट पर जाकर कोई भी व्यक्ति फॉर्म-7 भरकर अंगदान के लिए पंजीकरण कर सकता है। इस प्रक्रिया में मात्र कुछ मिनट लगते हैं और एक डिजिटल प्रमाण पत्र भी जारी होता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि अब तक जिले में 3 हजार 456 लोग ऑनलाइन संकल्प पत्र भर चुके हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि यह आंकड़ा बहुत छोटा है और इसे हजारों में पहुंचाने के लिए समाज के हर तबके को इस मुहिम से जोड़ना होगा। सभी सीएचसी और पीएचसी को अपने स्टाफ और क्षेत्र में आमजन को इस मुहिम से जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।
अंगदान: एक क्लिक की दूरी पर नया जीवन
डॉ. गर्ग ने दोहराया कि अंगदान एक ऐसा संकल्प है जो न केवल किसी जरूरतमंद को जीवन देता है, बल्कि समाज में संवेदनशीलता और सेवा भावना को भी मजबूत करता है। उन्होंने कहा कि यह संकल्प सिर्फ एक क्लिक की दूरी पर है।
ऑनलाइन अंगदान के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया
- सबसे पहले गूगल पर “Organ Donation” सर्च करें।
- पहले नंबर पर आने वाली वेबसाइट notto.abdm.gov.in खोलें।
- वेबसाइट पर ऊपर दाहिने कोने में “भाषा” का चयन करें और उसके पास ही “प्रतिज्ञा करने वाले” ऑप्शन पर क्लिक करें।
- वहां “प्रतिज्ञा नहीं की है? यहां पंजीकरण करें” विकल्प पर क्लिक करें।
- अपना आधार नंबर दर्ज कर ओटीपी से सत्यापन करें।
- खुलने वाले फॉर्म में अपने माता-पिता या पति/पत्नी का नाम भरें, कौन से अंग या ऊतक दान करना चाहते हैं, उसका चयन करें।
- आपातकालीन संपर्क व्यक्ति की जानकारी भरें।
- आपको प्रेरित करने वाले व्यक्ति या संस्था का नाम लिखें।
- सहमति वाले बॉक्स पर टिक करके सब्मिट करें।
- अंत में डिजिटल सर्टिफिकेट डाउनलोड करें।