कनिष्ठ लिपिकों jने किया दस्तावेज सत्यापन का विरोध:कहा- अब तक तीन बार कर चुके हैं जांच, झूठी शिकायतों के आधार पर किया जा रहा परेशान
कनिष्ठ लिपिकों jने किया दस्तावेज सत्यापन का विरोध:कहा- अब तक तीन बार कर चुके हैं जांच, झूठी शिकायतों के आधार पर किया जा रहा परेशान

जनमानस शेखावाटी सवंददाता : नैना शेखावत
नीमकाथाना : नीमकाथाना में पंचायती राज विभाग के कनिष्ठ लिपिकों ने अपनी मांगों को लेकर विकास अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है। ब्लॉक अध्यक्ष विनय सामोता और कोषाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद सैनी ने बताया कि पंचायतराज विभाग में 16 हजार से अधिक मंत्रालयिक संवर्ग के कर्मचारी कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि सीधी भर्ती से आए सभी कार्मिक पहले ग्राम पंचायतों, पंचायत समितियों और जिला परिषदों में संविदा पर कार्यरत थे। इन्हें पूर्ण प्रक्रिया के साथ नियमित किया गया था।
कर्मचारियों का आरोप है कि भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद से अब तक तीन बार दस्तावेजों की जांच की जा चुकी है। उनका कहना है कि ये जांचें विभाग में कार्यरत समकक्ष संगठन द्वारा की गई शिकायतों पर आधारित हैं। इन शिकायतों का पहले ही तीन बार निस्तारण किया जा चुका है।
कर्मचारियों ने अपनी मांगों में कैडर रिव्यू, ग्राम पंचायत स्तर पर स्पष्ट कार्य विभाजन और अन्य मुद्दे शामिल किए हैं। उनका कहना है कि पंचायतीराज विभाग की महत्वपूर्ण कड़ी होने के बावजूद उनकी मांगों को पूरा करने की बजाय विभाग दमनात्मक कार्यवाहियों पर तुला हुआ है। विभाग बिना वजह प्रदेश नेतृत्व पर कार्यवाहियां प्रस्तावित कर रहा है, जिससे राज्यभर के कर्मचारियों में रोष है।
ज्ञापन देने के दौरान विनय चौधरी, दीपक सामोता, अशोक मीणा समेत ब्लॉक कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारी मौजूद थे। इससे पहले प्रदेशभर में जिला मुख्यालयों पर जिला कलक्टर और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को भी ज्ञापन सौंपा गया था। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि ज्ञापन पर कार्यवाही नहीं होने पर वे आंदोलन की राह पर चलने को मजबूर होंगे। इससे आम जनता के दैनिक कार्य प्रभावित होंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।