मोहर्रम के अवसर पर ताजियों का जुलूस अकीदत के साथ निकला किया सुपुर्द -ए -खाक, मुख्य रास्ते बरसात से हुए बाधित तेज बरसात में निकले ताजिए
कौन भूलेगा वो सजदा हुसैन का खंजरों तले भी सर झुका ना था हुसैन का, मिट गई नस्ल -ए - यजीद कर्बला की खाक में, कयामत तक रहेगा जमाना हुसैन का...

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : जिला मुख्यालय पर मोहर्रम पर मातमी धुन के साथ बड़ी ही अकीदत के साथ मनाये गये। इस अवसर पर शहर के मुख्य मार्गो से होते हुए मुस्लिम मोहल्लों से ताजिए निकाले गए और हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद किया गया। मातमी धुनों के साथ निकाले गए ताजियों को कर्बला में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस दौरान अखाड़ेबाजों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया और मोहर्रम के अवसर पर चूरू में शहर में सात स्थानों से ताजिए निकाले गए ओर हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद किया और ताजियों के जुलूस के रास्ते में जगह-जगह मीठे शरबत की सबील लगाई गई और प्रसाद वितरित किया गया । ताजीया एक पारंपरिक शोक जुलूस है जो मुहर्रम के दौरान निकाला जाता है, विशेष रूप से शिया मुसलमानों द्वारा।
यह जुलूस हजरत इमाम हुसैन और उनके परिवार की शहादत की याद में निकाला जाता है और मातमी धुन के साथ निकाला जाता है।ताजीयो के जुलूस में ताजियों की आकृति हजरत इमाम हुसैन के मकबरे की प्रतिकृति बनाई जाती है। मातमी धुन बजाई जाती है, जो शोक और दुख का प्रतीक है। शहर में तेज बरसात के बीच में से निकले ताजिए मुख्य रास्ते हुए बाधित ।इस अवसर पर सामाजिक संस्थाएं ,समाजसेवी और राजनेतिक दल भाजपा व कांग्रेस ने अलग-अलग स्थानो पर शर्बत व प्रसाद की स्टाल लगाकर मोहर्रम अखाड़ा उस्तादों का साफा एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया।
इस अवसर पर विधायक हरलाल सहारण, भाजपा जिला अध्यक्ष बसंत शर्मा, प्रधान दीप चंद राहड, वासुदेव चावला, शब्बीर एडवोकेट, सुरेश सारस्वत, सत्तार खान, अख्तर खान, शरीफ सोलंकी, आदिल खान, ओर कांग्रेस नेता रफीक मंडेलिया, गोविंद महनसरिया, रियाजत खान, मोहम्मद हुसैन निर्माण, डॉ जमील चौहान, असलम खोखर, समाजसेवी महम्मुद राणा, अलाउद्दीन खान, सद्दाम हुसैन एडवोकेट, रामेश्वर एडवोकेट, अली मोहम्मद भाटी, विमल शर्मा, अनीश खान, संजय भाटी, डॉ जाकिर हुसैन, सुलेमान मनिहार, मोहर्रम कमेटी अध्यक्ष मोहम्मद अली खान, आदि। मौजूद रहे।