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नेक्सा एवरग्रीन चिटफंड घोटाले में पूर्व-सैनिक के घर छापा:झुंझुनूं में ED की बड़ी कार्रवाई; सुबह 5 बजे पहुंची टीम


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नेक्सा एवरग्रीन चिटफंड घोटाले में पूर्व-सैनिक के घर छापा:झुंझुनूं में ED की बड़ी कार्रवाई; सुबह 5 बजे पहुंची टीम

नेक्सा एवरग्रीन चिटफंड घोटाले में पूर्व-सैनिक के घर छापा:झुंझुनूं में ED की बड़ी कार्रवाई; सुबह 5 बजे पहुंची टीम

झुंझुनूं : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार सुबह झुंझुनूं शहर में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए के.के. कॉलोनी स्थित पूर्व सैनिक सलीम खान के घर पर छापा मारा। यह छापेमारी बहुचर्चित नेक्सा एवरग्रीन चिटफंड घोटाले से जुड़ी हुई। जिसमें हजारों निवेशकों, खासकर सैनिकों और उनके परिवारों से, हजारों करोड़ रुपए की ठगी का आरोप है।

ईडी की टीम सुबह करीब 5 बजे दो जयपुर नंबर की गाड़ियों में सलीम खान के बी-ब्लॉक स्थित घर पर पहुंची। टीम के साथ सीआरपीएफ के 10 से अधिक जवान भी मौजूद थे। जिन्होंने घर के अंदर और बाहर सुरक्षा घेरा बना रखा था। अचानक हुई इस कार्रवाई से कॉलोनी में हड़कंप मच गया। स्थानीय पुलिस को भी घर के बाहर तैनात किया गया है। छापेमारी अभी भी जारी है और अंदर दस्तावेजों की गहन छानबीन की जा रही है।

कौन है सलीम खान

सलीम खान कायमखानी भारतीय सेना की 8 ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट में थे और लगभग 10 साल पहले सेवानिवृत्त हुए थे। सेना से सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने डिफेंस सिक्योरिटी कोर (DSC) में भी अपनी सेवाएं दी थीं। मूल रूप से वह झुंझुनूं जिले के मदनसर गांव के निवासी हैं, लेकिन पिछले कई वर्षों से केके कॉलोनी में ही रह रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, नेक्सा एवरग्रीन चिटफंड घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर ईडी यह कार्रवाई कर रही है।

नेक्सा एवरग्रीन घोटाला: 1000 करोड़ की ठगी का आरोप

नेक्सा एवरग्रीन कंपनी द्वारा सैनिकों और उनके परिवारों से मोटे मुनाफे का लालच देकर लगभग 1000 करोड़ रुपए की ठगी का आरोप है। बताया जा रहा है कि इस घोटाले का मुख्य आरोपी भी एक पूर्व सैनिक है, जिसने यह कंपनी बनाकर निवेशकों को आकर्षक रिटर्न का झांसा दिया। कंपनी हर मंगलवार को निवेशकों को उनके पैसे लौटाने का वादा करती थी, लेकिन 24 जनवरी 2023 के बाद से भुगतान पूरी तरह से बंद हो गया, जिससे हजारों निवेशकों को भारी नुकसान हुआ।

कई सैनिक परिवारों ने इस स्कीम में निवेश करने के लिए अपनी जमीन गिरवी रख दी, गहने बेच दिए और यहां तक कि बाजार से कर्ज भी लिया। झुंझुनूं जिले में ही हजारों लोगों ने अपनी जीवनभर की कमाई इस कंपनी में लगा दी थी। “नेक्सा एवरग्रीन प्राइवेट लिमिटेड” के नाम से यह कंपनी 17 अप्रैल 2021 को रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज अहमदाबाद में रियल एस्टेट एक्टिविटी के तहत रजिस्टर्ड हुई थी।

राष्ट्रीय स्तर पर फैली ईडी की छापेमारी

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ईडी की यह कार्रवाई केवल झुंझुनूं तक ही सीमित नहीं है। चूरू रोड स्थित ऑफिस के अलावा राजस्थान और गुजरात में कुल 24 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी चल रही है। झुंझुनूं के अलावा अन्य जिलों और राज्यों में भी ईडी की टीमें अलग-अलग जगहों पर दस्तावेज खंगाल रही हैं।

इस बड़े चिटफंड घोटाले की जड़ें झुंझुनूं से संचालित इस नेटवर्क में बताई जा रही हैं। यह मामला अब राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गया है और पीड़ित निवेशकों को न्याय मिलने की उम्मीद बंधी है। ईडी की यह कार्रवाई अभी भी जारी है और आने वाले घंटों में इस मामले में और भी खुलासे होने की संभावना है।

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