डोटासरा कार्रवाई होने के डर से हल्ला मचा रहे:वन मंत्री बोले- निर्दोष को फंसाया नहीं जाएगा, किरोड़ी लाल विभाग के काम को अंजाम दे रहे
डोटासरा कार्रवाई होने के डर से हल्ला मचा रहे:वन मंत्री बोले- निर्दोष को फंसाया नहीं जाएगा, किरोड़ी लाल विभाग के काम को अंजाम दे रहे

सीकर : वन मंत्री संजय शर्मा ने कहा- डॉ. किरोडीलाल मीणा कृषि मंत्री हैं और इसके साथ ही भाजपा के वरिष्ठ नेता भी हैं। वह अपने विभाग के काम अंजाम दे रहे हैं। एक मंत्री का नैतिक दायित्व बनता है कि विभाग में यदि कोई कमियां हो तो उसको खुद जाकर चेक करें।
जहां तक डोटासरा की बात है तो डोटासरा जी के राज में बहुत पेपर लीक हुए हैं। डोटासरा जी केवल हल्ला इसलिए मचा रहे हैं कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न हो जाए। लेकिन मैं आपको निश्चित करना चाहता हूं, भजनलाल की सरकार पारदर्शी सरकार है। जो भी मुलजिम होगा कटघरे के पीछे जाएगा, जो निर्दोष है उसे फंसाया नहीं जाएगा।

वन मंत्री ने यह बात कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा द्वारा प्रदेशभर में पेस्टिसाइड-बीज विक्रेताओं पर की जा रही कार्रवाई के संदर्भ में सवाल का जवाब देते हुए कही। दरअसल, वन मंत्री विश्व पर्यावरण दिवस पर सीकर के सांवली रोड स्थित स्मृति वन में आयोजित वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान में आए थे। इस दौरान वन मंत्री संजय शर्मा और प्रभारी सचिव आरती डोगरा ने स्मृति वन में पौधारोपण कर वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान पखवाड़े का शुभारंभ किया। इस मौके पर तुलसी के पौधे वितरित किए गए और स्मृति वन के सरोवर की साफ-सफाई के लिए श्रमदान किया गया।
वन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सोच है कि प्रकृति से लिया गया कुछ प्रकृति को लौटाया जाए। इसके तहत प्रदेश में जोहड़, बावड़ी, तालाब और कुओं का संरक्षण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले साल 7 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य पूरा किया गया था, और इस साल 10 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य है।

63.12 करोड़ के 3415 कार्यों का लोकार्पण
मंत्री शर्मा ने बताया कि वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान के तहत सीकर जिले में 63.12 करोड़ रुपए के 3415 कार्यों का लोकार्पण और 29.12 करोड़ रुपए के 1003 कार्यों का शुभारंभ किया गया। उन्होंने आमजन से आगामी मानसून में अधिक से अधिक पौधारोपण और जल संरक्षण के लिए प्राचीन जल स्रोतों की साफ-सफाई की अपील की। शर्मा ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और डार्क जोन में जा रहे क्षेत्रों को देखते हुए जल संरक्षण आज की सबसे बड़ी जरूरत है।
पौधों की सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय जांच व्यवस्था
पौधारोपण के बाद पौधों के सूखने के सवाल पर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पौधों की सुरक्षा के लिए सख्त निर्देश दिए हैं। इसके लिए तीन स्तरीय जांच एजेंसियां नियुक्त की गई हैं, जो संभाग स्तर पर निरीक्षण और सैंपलिंग करेंगी। उन्होंने बताया कि सीकर में पिछले साल नगर परिषद द्वारा लगाए गए एक लाख पौधे अभी भी सुरक्षित और जीवित हैं।

जंगली जीव-जंतुओं के हमले पर चिंता, वन विभाग सतर्क
जंगली जीव-जंतुओं के शहरों में आने की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए शर्मा ने कहा कि मानव का जंगलों में बढ़ता दखल इसकी वजह है। उदयपुर में पैंथर के हमले में हुई जनहानि पर संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि वन विभाग इस दिशा में मुस्तैदी से काम कर रहा है। मुख्यमंत्री ने वन क्षेत्र के आसपास के लोगों के पुनर्वास के लिए बजट भी जारी किया है।
पर्यावरण शुद्धिकरण के लिए शपथ
कार्यक्रम में शर्मा ने उपस्थित लोगों को वन संरक्षण, पौधारोपण, जल संरक्षण और पॉलिथीन का उपयोग न करने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को शुद्ध रखना और घटते वन क्षेत्र को बचाना हम सभी का दायित्व है।