सीकर से जयपुर तक शिक्षकों का पैदल मार्च:11 सूत्री मांगों को लेकर कर रहे हैं कूच, उग्र आंदोलन की चेतावनी दी
सीकर से जयपुर तक शिक्षकों का पैदल मार्च:11 सूत्री मांगों को लेकर कर रहे हैं कूच, उग्र आंदोलन की चेतावनी दी

सीकर : राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) के बैनर तले प्रदेश भर के तृतीय श्रेणी शिक्षक अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन की राह पर हैं। इन मांगों के समर्थन में 27 मई को सीकर से सैकड़ों शिक्षकों ने जयपुर के लिए पैदल मार्च शुरू किया। यह मार्च 2 जून को राजधानी जयपुर में एक विशाल विरोध-प्रदर्शन और घेराव के रूप में सम्पन्न होगा।
शेखावत शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री उपेंद्र सिंह ने बताया& शिक्षकों की मांगों में स्थाई स्थानांतरण नीति, बकाया पदोन्नति, गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की समीक्षा शामिल है।

उपेंद्र सिंह ने कहा& सरकार ने सत्ता में आने के बाद पहले 100 दिनों में स्थानांतरण का वादा किया था, लेकिन डेढ़ साल बाद भी यह वादा अधूरा है। शिक्षकों को बीएलओ जैसे गैर-शैक्षणिक कार्यों में उलझाकर उनकी शिक्षण गुणवत्ता प्रभावित की जा रही है।
इसके अलावा, पुरानी पेंशन योजना और नियमित भर्ती की मांग भी जोर पकड़ रही है। 21 मई से शुरू हुए इस आंदोलन के तहत संभाग स्तर पर वाहन जत्थे निकाले गए, जो शिक्षकों में जागरूकता फैलाने के लिए हनुमानगढ़ सहित कई जिलों में पहुंचे।

2 जून को जयपुर में होने वाली महारैली में हजारों शिक्षक सरकार को अपनी मांगों के प्रति जागरूक करने के लिए एकजुट होंगे। उपेंद्र सिंह ने चेतावनी दी कि यदि मांगें नहीं मानी गईं, तो स्थाई पड़ाव डाला जाएगा। शिक्षक संघ ने सभी शिक्षकों से इस आंदोलन में शामिल होने की अपील की है।