खेतड़ी के देवता गांव में मृत्यु-भोज बंद करने का फैसला:समाज सुधार समिति ने कहा- इन कुरीतियों से मिल रही गलत दिशा, शिक्षा पर देना होगा जोर
खेतड़ी के देवता गांव में मृत्यु-भोज बंद करने का फैसला:समाज सुधार समिति ने कहा- इन कुरीतियों से मिल रही गलत दिशा, शिक्षा पर देना होगा जोर

खेतड़ी : खेतड़ी उपखंड के देवता पंचायत की ढाणी मनकसों में समाज सुधार समिति की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक में ढाणी मनकसों और ढाणी तिरोड़ी के गुर्जर समाज के लोगों ने भाग लिया। समिति ने सर्वसम्मति से मृत्यु भोज को पूर्णतः बंद करने का फैसला लिया। विनोद मनकस ने कहा कि मृत्यु भोज से लोग आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं और समाज को गलत दिशा मिलती है।
बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए। मृत्यु के बाद 12 दिन तक चलने वाली बैठकों में नाश्ता नहीं करवाने का निर्णय लिया गया। गंगाजल से वापसी पर महिलाओं में बर्तन, कपड़े व अन्य सामान का लेन-देन बंद करने का फैसला हुआ। पगड़ी बंधाई की रस्म को भी समाप्त करने पर सहमति बनी।
समिति ने शिक्षा पर विशेष जोर दिया। सभी को अपने बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करने और प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन के लिए जागरूक करने की सलाह दी गई। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की मदद कर उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देने पर भी चर्चा हुई।
बैठक में बसंताराम, प्रसादाराम, रघुवीर सिंह, बंशीधर, रामस्वरूप, रोहितास, महावीर, जगमाल, अशोक कुमार, मानाराम, तेजपाल, हजारीलाल, सरजीत, दुलाराम, धर्मपाल, सुदेश, राजेश, गिरधारी लाल, महेश कुमार, किशोर सिंह बजाड़, महेंद्र सिंह तिरोड़ी, ताराचंद, गुरुदयाल, इंद्रपाल समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।