झुंझुनूं में बढ़े मौसमी बीमारियों के मरीज:BDK हॉस्पिटल की ओपीडी में रोजाना आ रहे 4 हजार रोगी, डॉक्टर बोले-गर्मी से बचकर रहें
झुंझुनूं में बढ़े मौसमी बीमारियों के मरीज:BDK हॉस्पिटल की ओपीडी में रोजाना आ रहे 4 हजार रोगी, डॉक्टर बोले-गर्मी से बचकर रहें

झुंझुनूं : झुंझुनूं जिले के राजकीय बीडीके अस्पताल की ओपीडी में इन दिनों मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यहां रोजाना 2500 से 3 हजार मरीज आ रहे हैं। ज्यादातर मरीज उल्टी-दस्त और अन्य मौसमी बीमारियों से पीड़ित हैं। हालांकि अभी तक लू या हीटस्ट्रोक के कारण गंभीर स्थिति में किसी मरीज को भर्ती कराने की नौबत नहीं आई है।
पीएमओ एवं वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेन्द्र भाम्बू ने बताया- तापमान लगातार बढ़ रहा है। गर्म हवा चल रही है। बीमारियां तो बढ़ेंगी। आमजन सतर्क है। ऐसे में अभी हालात नियंत्रण में हैं।
लू-तापघात मरीजों के लिए खास इंतजाम
डॉ. जितेन्द्र भाम्बू ने बताया- गर्मी में लू-हीटस्ट्रोक से पीड़ित रोगियों के लिए अस्पताल में खास इंतजाम हैं। 10 बेड वाला स्पेशल वार्ड बनाया है। यहां एसी लगाया है। रोगियों के लिए आइस पैक भी तैयार हैं। इमरजेंसी में डॉक्टर तैनात हैं। ओपीडी में 10 फिजिशियन और 12 शिशु रोग विशेषज्ञ सेवाएं दे रहे हैं।
गर्मी से बचाव करें, तुरंत लें इलाज
- ये लक्षण दिखें तो हॉस्पिटल पहुंचें- डॉ. भाम्बू ने बताया- लू या तापघात के प्रारंभिक लक्षण सिरदर्द, चक्कर आना, उल्टी, तेज प्यास, गले का सूखना, कम पेशाब आना, सांस व हृदयगति तेज होना आदि हैं। इन लक्षणों के प्रकट होते ही तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लें।
- बचने के लिए करें ये उपाय- अधिक पानी पीएं, पानी वाले फल जैसे खरबूजा, संतरा, अंगूर आदि खाएं, तरल पेय जैसे नींबू पानी, नारियल पानी, जूस का सेवन करें, सूती व ढीले कपड़े पहनें। साथ ही, दोपहर 11 बजे से शाम 5 बजे तक तेज धूप से बचें।
- इन गंभीर लक्षणों को न करें नजरअंदाज- डॉ. भाम्बू ने कुछ अत्यधिक गंभीर लक्षणों के प्रति सचेत किया, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि किसी व्यक्ति की त्वचा बहुत गर्म, सूखी और स्याह लाल हो जाए, सिर में तेज दर्द हो, सांस या हृदयगति अत्यधिक तेज हो, पेशाब न आए, दौरे पड़ें या व्यक्ति बेहोश हो जाए, तो यह अत्यधिक गंभीर स्थिति हो सकती है। ऐसे मामलों में तत्काल आपातकालीन इकाई में ले जाना आवश्यक है।