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खेतड़ी के सेना के जवान का गमगीन माहौल में सैन्य सम्मान के साथ हुई अंत्येष्टि, जवान के पुत्र प्रिंस ने दी मुखाग्नि


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खेतड़ी के सेना के जवान का गमगीन माहौल में सैन्य सम्मान के साथ हुई अंत्येष्टि, जवान के पुत्र प्रिंस ने दी मुखाग्नि

युवाओं ने निकाली तिरंगा रैली, 15 दिन पहले लौटे थे ड्यूटी पर, सेना के जवानों ने जवान के पुत्र प्रिंस व पिता मालाराम को सौंपा तिरंगा

खेतड़ी : खेतड़ी उपखंड के बेसरड़ा के सेना के जवान की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव बेसरड़ा में पहुंची। इस दौरान गमगीन माहौल में जवान को अंतिम विदाई दी गई। सेना के जवान मदन सिंह की पार्थिव देह को मेहाड़ा थाने में लाया गया, जहां से तिरंगा रैली के साथ उनके पैतृक गांव बेसरडा में ले जाया गया। घर में मदन सिंह की पार्थिव देह पंहुचने पर घर में कोहराम मच गया। इस दौरान उनके बेटे प्रिंस ने मुखाग्नि देकर उन्हें अंतिम विदाई दी।

सैन्य सम्मान के साथ दी अंतिम विदाई

रविवार दोपहर करीब 3:30 बजे जवान मदन सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बेसरड़ा पहुंचा, जहां गांववासियों और प्रशासन ने उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। दोपहर 5:00  बजे उनका अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ किया गया। उनके बेटे प्रिंस (13 वर्ष) ने उन्हें मुखाग्नि दी। जयपुर से आई आठ मराठा यूनिट के जवानों की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर देकर सलामी दी गई।

तिरंगा यात्रा

शहीद के सम्मान में मेहाडा थाने से लेकर बेसरड़ा गांव तक करीब 5 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली गई। तिरंगा रैली में युवाओं ने लगायें भारत माता के जयकारें भारत माता की जयकारों के साथ पूरा क्षेत्र हुआ गुंजायमान। जब पार्थिव देह उनके गांव पंहुची तो हर कोई अपने लाडले को सलाम कर रहा था। जब पार्थिव देह जवान के घर पहुंची तो परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया। वहां पर उपस्थित हर जन की आंखें नम हो गई है। गमगीन माहौल में हर कोई परिजनों को सांत्वना दे रहा था। ग्रामवासियों, युवाओं, पूर्व सैनिकों और स्कूली बच्चों ने हाथों में तिरंगा लेकर शहीद को अंतिम विदाई दी।

परिवार की स्थति 

बड़ा भाई सुबेदार हंसराज गुर्जर पांच ग्रेनेडियर में असम में, मदन सिंह 20 ग्रेनेडियर में जम्मू-कश्मीर कश्मीर में तथा छोटा भाई कप्तान सिंह भारतीय सेना ने फायरमैन के पद पर कार्यरत हैं। मदन सिंह 26 सितंबर 2010 को भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। इनका विवाह 2012 में हुआ था। जवान मदन सिंह के एक बेटा प्रिंस है जो जयपुर में निजी स्कूल में कक्षा सात में पढ़ाई करता है। जवान के पिता मालाराम किसान है। बड़ा भाई सुबेदार हंसराज गुर्जर दिल्ली कोर्स में आए हुए थे कि छोटे भाई के निधन की सूचना पर वह गांव पंहुचे ।

सेना कार्यरत बड़े भाई सुबेदार हंसराज गुर्जर ने बताया कि उसका छोटा भाई मदन सिंह (35) पुत्र मालाराम भारतीय सेना की 20 ग्रेनेडियर में जम्मू-कश्मीर कश्मीर के गुरेज सेक्टर में तैनात था। सेना के अधिकारियों की ओर से उनको फोन पर सूचना दी गई उनके भाई मदन सिंह की अचानक तबीयत खराब होने पर अस्पताल ले जाया गया, जहां हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया। मदन सिंह अप्रैल माह में 15 दिन की छुट्टी पर गांव आए थे कि भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए आपरेशन सिंदूर के चलते उन्हें बीच में ही वापस बुला लिया गया था कि वह 30 अप्रैल को अपनी ड्यूटी के लिए वापस चलें गए थे। जयसिंह ने बताया कि मदन सिंह तीन भाइयों में दूसरे नंबर का है तथा तीनों भारतीय सेना में है।

पार्थिव देह के साथ आए सुबेदार मेजर धर्मेंद्र ने बताया कि मदन सिंह बहुत ही बहादुर ओर साहसी इंसान थे। कंपनी की ओर से दी जाने वाले टास्क को मेहनत ओर लग्न से पुरा करते थे। उनका अचानक निधन हो जाने से यूनिट को गहरा आघात लगा है। तिरंगा रैली के साथ जब पार्थिव देह उनके गांव पंहुची तो हर कोई अपने लाडले को सलाम कर रहा था।

सेना के जवानों की ओर से पिता मालाराम व बेटे प्रिंस को तिरंगा सौपा तो हर किसी की आंखें नम हो गई। इस दौरान जयपुर से आई आठ मराठा यूनिट के जवानों की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर देकर सलामी दी।

अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब

जवान मदन सिंह की अंतिम यात्रा में भारी जनसैलाब उमड़ा। विधायक इंजी धर्मपाल गुर्जर, पूर्व उर्जा मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, पूर्व विधायक हजारीलाल गुर्जर, प्रधान मनीषा गुर्जर, पूर्व प्रधान मदनलाल गुर्जर, सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल सुरेश जांगिड़, एसडीएम मुकेश चौधरी, तहसीलदार सुनील कुमार, प्रभू राजोता, बबलू अवाना, दयाराम गुर्जर, डॉ सुभाष, थानाधिकारी भजनाराम, एलटी सुरेंद्र गुर्जर, छोटेलाल पहलवान, चुनीलाल चनेजा, रामेश्वर खटाणा, सतीश खारड़िया सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण, प्रशासनिक अधिकारी व पूर्व सैनिक शामिल हुए।

देखे तशवीरे :

 

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