लांबा और नालवा गांव को चिड़ावा से हटाने का विरोध, ग्रामीणों ने झुंझुनूं कलेक्टर निवास पर पहुंचकर की नारेबाजी
लांबा-नालवा पंचायतों को पिलानी में शामिल करने का विरोध:ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन, जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

झुंझुनूं : झुंझुनूं की लांबा और नवसृजित पंचायतों को पिलानी पंचायत समिति में शामिल करने का विरोध लगातार बढ रहा है। आज इसी क्रम में 10-11 गाड़ियों में सवार होकर सैंकड़ों की संख्या में नालवा, लांबा और इन पंचायतों के अन्य राजस्व गांव के लोग झुंझुनूं पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर निवास के बाहर ही प्रदर्शन किया और नारेबाजी शुरू की। अचानक बड़ी संख्या में लोगों के कलेक्टर निवास पर पहुंचने और नारेबाजी की सूचना पर पुलिस व प्रशासन में हड़कंप मच गया।
कोतवाली पुलिस तुरंत कलेक्टर निवास पर पहुंची और ग्रामीणों से समझाइश की। काफी देर की मशक्कत के बाद ग्रामीण माने और उन्होंने पैदल ही कलेक्ट्रेट की तरफ कूच कर दिया। इसके बाद जब कलेक्टर अपने कार्यालय पहुंचे। तो एक प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से मिला। कलेक्टर को बताया कि राजनैतिक दुर्भावना के कारण इन गांवों के लोगों को परेशान किया जा रहा है। जो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। कलेक्टर ने जन भावनाओं का सम्मान करने की बात कही।
इसके बाद ग्रामीण विधायक राजेंद्र भांबू के कार्यालय पहुंचे। जहां पर विधायक भांबू तो नहीं मिले। लेकिन भाजपा नेता विश्वंभर पूनियां के साथ ग्रामीणों की वार्ता हुई। भाजपा नेता विश्वंभर पूनियां ने आश्वस्त किया कि नालवा और लांबा को चिड़ावा पंचायत समिति में रखा जाएगा। जो भी चर्चाएं आ रही है। वो झूठी है। ना तो सरकार ऐसा चाह रही है और ना ही कोई राजनैतिक व्यक्ति ऐसा चाह रहा है। जो ग्रामीणों के लिए सही होगा। वो ही सरकार करेगी। इसके बाद ग्रामीण वापिस अपने अपने गांव लौट गए।
ग्रामीण भरतलाल नूनियां ने बताया कि दो बार कलेक्टर को लिखित में आपत्ति दे दी गई है। इसके बाद भी यदि जबरदस्ती और नियमों के विरूद्ध जाकर उनकी पंचायतों को पिलानी पंचायत समिति में शामिल किया जाता है। तो इन सभी गांवों के लोग महापंचायत करेंगे। जिसमें निर्णय लेकर आंदोलन की रणनीति बनाएंगे। लेकिन यह तय है कि हम पिलानी पंचायत समिति में शामिल नहीं होंगे। इसके लिए कितनी भी बड़ी और कैसी भी लड़ाई लड़नी हो।
आपको बता दें कि इस मौके पर ग्रामीणों नेे जिला कलेक्टर और भाजपा नेता विश्वंभर पूनियां को भी भाजपा के देवरोड़ ग्रामीण मंडल के अध्यक्ष सज्जन कोठारी की एक अनुशंषा दी। जिसमें मंडल अध्यक्ष कोठारी भी इन दोनों पंचायतों को चिड़ावा में ही रहने की वकालत कर रहे है।
इस मौके पर लांबा गांव से भरतलाल नूनियां, मुंशी खां, हमीद खां, गोविंद सिंह, मोहरसिंह, हरिसिंह, दरिया सिंह, सलीम हुसैन, प्यारेलाल लांबा, होशियार सिंह लांबा, समदरसिंह नूनियां, बलबीरसिंह शेखावत, भरतसिंह शेखावत, नत्थु लांबा, महेंद्र डूडी, महेंद्र लांबा, मनीराम रायका, बुधराम रायका, हेम रायका, राकेश स्वामी, गुलजारीलाल लांबा, सुरेश शर्मा, गजेंद्र सिंह, ओमलसिंह शेखावत, सीताराम जांगिड़, बचनाराम मीणा, विकास बिजारणियां, संदीप, भवानीसिंह शेखावत, महेंद्रसिंह बिजारणियां, किशनसिंह शेखावत, विश्वंभलाल बिजारणियां, दिलावरपुरा से सुरेश चाहर, गोपीचंद शर्मा, उम्मेद जाखड़, राजू मांजू, सज्जन जांगिड़, विनोद जांगिड़, पालाराम मेवता, शीशराम मेवता, देवकरण चाहर, हरिश गोस्वामी, कुरैशी नगर से इलियास, मोहम्मद अजीज, मोहम्मद आलम अली, मोहम्मद नवाब खां, मोहम्मद सादिक खां, मोहम्मद अकबर, गोविंदपुरा से उम्मेद डांगी, काजी की ढाणी से मकसूद काजी, नालवा से अनिल गोदारा, बबलू सिरोवा, महेश, पिंकेश कुमार, सुनिल कुमार, राजेश कुमार, महेश, संजय, विक्रम, अरविंद, संदीप आदि मौजूद थे।