भगवान सिंह गोदारा एवं केसर देवी गोदारा की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम संपन्न
इस मौके पर एक लाख से अधिक पौधे लगाने का संकल्प

उदयपुरवाटी : निकटवर्ती सिंगनौर गांव में चौधरी भगवान सिंह गोदारा एवं केसर देवी गोदारा की प्रतिमा का अनावरण किया गया । पर्यावरण संरक्षण को समर्पित पर्यावरणविद् व पूर्व सरपंच नोबेल गांधी शांति पुरस्कार नेपाल से सम्मानित डॉ. हरि सिंह गोदारा व उनके परिवार की ओर से सिंगनोंर के निकट गोदारा का बास में जीण माता मंदिर परिसर 42 लाख रुपए की लागत से सामुदायिक भवन तैयार किया गया है। साथ ही इस स्थान पर चौधरी भगवान सिंह गोदारा तथा केसर देवी गोदारा की प्रतिमा का अनावरण भी किया गया।
सहकारिता विभाग के एपेक्स डायरेक्टर रहे विद्याधर गोदारा ने बताया कि सिंगनौर गांव में उनके परिवार की सामूहिक जमीन थी। सभी भाइयों ने मिलकर तय किया कि माता-पिता की स्मृति में इस जमीन पर सामुदायिक भवन बनाकर समाज को भेंट किया जाए। कार्यक्रम के संयोजक केसर देवी गोदारा सामाजिक कल्याण संस्थान (केजीआई) के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. हरि सिंह गोदारा ने बताया कि नवनिर्मित सामुदायिक भवन शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण गतिविधि के केंद्र के साथ-साथ वाचनालय और योग केंद्र के रूप में समाज के लिए उपयोगी बनेगा।
डॉ. गोदारा ने कहा कि केजीआई संस्थान समाज के विकास, एकता और समानता के पिछले दो दशकों से काम कर रहा है। प्रतिमा लोकार्पण कार्यक्रम में अयोध्या हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी चंद्रमादास महाराज, पूर्व संसदीय सचिव एवं विधायक भैराराम सियोल, सामाजिक चिंतक महेश शर्मा सीकर, गौ सेवक आनंद सिंह शेखावत, वीरपाल सिंह शेखावत, युवा नेता भरतपाल सिंह शेखावत नांगल, छगनलाल धुपीया, पन्नालाल यादव , राम सिंह कुल्हरी, हनुमान सिंह यादव, अशोक झाझडिया सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत चंद्रमादास महाराज ने कहा कि गोदारा परिवार ने अपने पूर्वजों की स्मृति को चिरस्थाई बनाने के लिए उनकी प्रतिमा वnसामुदायिक भवन का निर्माण कर सेवा और संस्कार का उदाहरण पेश किया है। पूर्व संसदीय सचिव व विधायक भैराराम सियोल ने अपने संबोधन में परिवार की एकता और समरसता की चर्चा करते हुए कहा कि गोदारा परिवार ने अपने माता-पिता की स्मृति में सेवा कार्य का अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है।
उन्होंने कहा कि आज परिवार को एकरूपता में बांधे रखने की आवश्यकता है। गोदारा परिवार मजबूती के साथ सेवा कार्य कर रहा है।सामाजिक चिंतक महेश शर्मा ने कहा कि हमारी सनातन परंपरा में परिवार में माता-पिता की स्मृति को सम्मान के साथ संजोए रखने की परंपरा है। गोदारा परिवार ने सनातन परंपरा को आगे बढ़ाया है। स्थानीय विधायक भगवान राम सैनी ठाकुर आनंद सिंह शेखावत ने भी संबोधित किया कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का स्वागत साफा, स्मृति चिन्ह व पौधा भेंट कर किया गया। चौधरी हरफूल सिंह, राम प्रताप सिंह, सुनील गोदारा, उमेश गोदारा, विक्रम सिंह जाखड़ , देवकरण चौधरी, वेदकौर गोदारा, डॉ. गीतांजलि मनीष गोदारा ने किया।
इस अवसर पर हजारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहें। इस अवसर पर गोदारा परिवार का अभिनंदन भी किया गया।कार्यक्रम में सेवानिवृत्त लेखाकार बिरजू सिंह बड़वासी ने गोदारा परिवार के चारों भाइयों का माता-पिता की स्मृति में किए गए सेवा कार्यों के लिए माला और साफ पहनाकर सम्मान किया। लक्ष्मणगढ़ से आए कवि सुरेश सनातनी ने अपनी कविता प्रस्तुत करते हुए डॉ गोदारा का सम्मान किया।
कार्यक्रम में डॉ. हरि सिंह गोदारा ने अतिथियों के साथ अर्जुन का पौधा लगाकर इस मानसून सत्र में भी एक लाख पौधारोपण का लक्ष्य लिया। कार्यक्रम से जुडे़ दिलीप शर्मा ने बताया इस अवसर पर विशाल भंडारे का भी आयोजन किया। कार्यक्रम में अनेक पत्रकार, साहित्यकार, पर्यावरण कार्यकर्ता, सामाजिक व राजनैतिक कार्यकर्ता, रिश्तेदार ग्रामीण महिलाएं व पुरुष तथा बच्चे हजारों की तादाद में थे ।