झुंझुनूं में हरियाणा जा रही 800 क्विंटल लकड़ी पकड़ी:ट्रक का पीछा कर माफिया को गिरफ्त में लिया, 3 वाहन जब्त; पूछताछ जारी
झुंझुनूं में हरियाणा जा रही 800 क्विंटल लकड़ी पकड़ी:ट्रक का पीछा कर माफिया को गिरफ्त में लिया, 3 वाहन जब्त; पूछताछ जारी

झुंझुनूं : वन विभाग ने अवैध लकड़ी तस्करी के खिलाफ एक सफलता हासिल करते हुए बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। विभाग की टीम ने एक अभियान के तहत भारी मात्रा में अवैध लकड़ी से लदे तीन ट्रकों को जब्त किया है और इस गोरखधंधे के मुख्य सरगना सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इस जब्ती में शीशम, नीम और देसी बबूल की लगभग 800 क्विंटल हरी लकड़ी बरामद हुई है, जिसका अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 10 लाख रुपए है। यह कार्रवाई झुंझुनूं के वन रेंजर विजय फगेड़िया के नेतृत्व में हुई। विभाग को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर, टीम ने बीती रात मंडावा रोड पर स्थित किसारी गांव के पास नाकाबंदी की।
ट्रकों का पीछा कर रुकवाया
वन विभाग की टीम ने संदिग्ध ट्रकों का पीछा किया और उन्हें धर दबोचा। इनमें से एक ट्रक को नवलगढ़-झुंझुनूं रोड पर बीबासर के नजदीक रोका गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान आबिद खान (मुख्य सरगना) और उसके साथियों सदाम खान सहित तीन लोगों के रूप में हुई है।
हरियाणा ले जा रहे थे
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है कि ये ट्रक झुंझुनूं जिले के बड़वासी और गुढ़ा क्षेत्र से बेशकीमती हरी लकड़ी भरकर हरियाणा के यमुना नगर ले जा रहे थे। उनका रूट नवलगढ़ से शुरू होकर मंडावा, चुरु, राजगढ़ होते हुए हरियाणा की सीमा में प्रवेश करता था। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि आरोपी पिछले कई वर्षों से इस अवैध व्यापार में लिप्त थे और कई बार कानून की नजरों से बचने में कामयाब रहे थे।

वन-विभाग ने पकड़ा लकड़ी माफिया
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पकड़ा गया मुख्य आरोपी आबिद खान जिले का सबसे बड़ा लकड़ी माफिया है, जो पिछले लगभग एक दशक से अवैध रूप से लकड़ियों का परिवहन कर रहा था। इस कार्रवाई से न केवल एक बड़े अवैध नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है, बल्कि पूरे क्षेत्र में चल रहे अवैध लकड़ी के व्यापार पर एक करारा प्रहार हुआ है।
रेंजर विजय फगेड़िया ने इस कार्रवाई को एक लंबी निगरानी और सुविचारित योजना का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि विभाग को काफी समय से जिले में अवैध लकड़ी कटाई और परिवहन की शिकायतें मिल रही थीं। इस बार, मुखबिर से मिली सटीक सूचना के आधार पर टीम ने एक प्रभावी रणनीति बनाई और ट्रकों को पकड़ने में सफलता हासिल की।
इस टीम में क्षेत्रीय वन अधिकारी झुंझुनूं, क्षेत्रीय वन सुरक्षा अधिकारी झुंझुनूं, वनपाल जयवीर चौधरी, वनपाल सत्यवीर झाझडिया, सहायक वनपाल दिनेश कुमार, पिंकू, वनरक्षक सुनील कुमार औला, भरत कुमार, सुल्तान सिंह, अमर सिंह और वाहन चालक अमरचंद शामिल थे।